भारत के युवा खिलाड़ी फिर से अपना दमदार प्रदर्शन करके श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को दूसरे वनडे मैच में ही सीरीज अपने नाम करने की कोशिश करेंगे।भारत की तरफ से पहले वनडे में कप्तान शिखर धवन ने एक छोर संभाले रखा, जबकि दूसरे छोर पर पृथ्वी शा, इशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने आसानी से रन बटोरकर टीम को सात विकेट से एकतरफा जीत दिलाई।
भारत टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए छोटे प्रारूप में आक्रामक अंदाज में खेलना चाहता है तथा शा, इशान और सूर्यकुमार इस मामले में उम्मीदों पर पूरी तरह से खरे उतरे। उनके अच्छे प्रदर्शन से भारत की दमदार बल्लेबाजी का भी पता चलता है। अपना पहला वनडे खेलने वाले इशान और सूर्यकुमार तो पहली गेंद से ही हावी हो गए थे। श्रीलंका की गेंदबाजी भी प्रभावशाली नहीं थी, जिससे भारत ने 37वें ओवर में ही जीत दर्ज कर ली थी।
भारत अपनी अंतिम एकादश में शायद ही बदलाव करेगा, क्योंकि वह सीरीज जीतने के बाद तीसरे वनडे में अन्य युवा खिलाडि़यों को मौका देना चाहेगा। केवल मनीष पांडे का स्थान खतरे में लगता है, जिन्होंने 40 गेंदों पर संघर्षपूर्ण 26 रन बनाए। शा ने अपने वापसी वाले मैच में कुछ जानदार स्ट्रोक लगाए, लेकिन वह बड़ा स्कोर नहीं बना सके। दूसरे मैच में वह इसकी भरपाई करना चाहेंगे।
लंबे अर्से बाद स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल को एक साथ गेंदबाजी करते हुए देखा गया। उन्होंने फिर से साबित किया कि जोड़ी के तौर पर वे बेहतर प्रदर्शन करते हैं। स्पिनरों ने अधिकतर ओवर किए और आलराउंडर हार्दिक पांड्या ने भी पांच ओवर करके उम्मीदें जगाई। सीनियर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार प्रभाव नहीं छोड़ सके। अगले मैच में वह भी इसकी भरपाई करने की कोशिश करेंगे।
श्रीलंका को यदि मैच जीतना है तो उसके खिलाडि़यों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। इस अनुभवहीन टीम ने दिखाया कि उसके पास चुनौती पेश करने के लिए प्रतिभा है, लेकिन अभी उन्हें जीतना सीखना होगा। अधिकतर बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन वे उसे बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। उन्हें भारत को चुनौती देने के लिए बड़ी पारियां खेलनी होंगी। गेंदबाजों को भी अतिरिक्त प्रयास करने होंगे तभी वे भारत की मजबूत बल्लेबाजी पर दबाव बना सकते हैं। दोनों टीमें इस धीमी पिच पर लक्ष्य का पीछा करना पसंद करेंगी क्योंकि बाद में पिच बल्लेबाजी के लिए अधिक अनुकूल लग रही थी।