लालगंज-रायबरेली। सावधान! लालगंज क्षेत्र में मिट्टी का अबैध खनन कराना है तो पहले पुलिस से मिलिए नही तो आप के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई। यही आज क्षेत्र के पूरे कल्लू गांव मेें हुआ। अबैध खनन कर रहे एक जेसीबी मशीन सहित तीन टैक्टरों को पकड़ कर कोतवाली परिसर में खड़ा करा दिया गया। मिट्टी का खनन कराने वाले का बस इतना कसूर था कि उसने साहब से बात नहीं तय की। उल्लेखनीय है कि लालगंज क्षेत्र में अबैध खनन चरम पर है। इसकी महीनो से शिकायतें प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन से हुई। कई समाचार पत्रों में कई-कई दिनो तक में प्रकाशित भी हुआ। अधिकारी खनन की हुई मिट्टी ही नहीं बल्कि खनन स्थल तक गये लेकिन बाद में मामला टाॅय-टाॅय फिस्स हो गया। मिट्टी का अबैध खनन देखना है तो सुबह से शाम तक केवल लालगंज सरेनी रोड पर लालगंज से बेहटाकलां तक टहल कर देख लो। भोर से ही ट्राली भरे टैªक्टर व ट्रक फर्राटे भरते नजर आ जाएंगे। इनको न तो पुलिस देख रही है और न ही प्रशासन। खनन अधिकारी का कहना है कि उसके पास दो जिलों का चार्ज है इस लिए हर स्थान पर उनकी पहुंच संभव नहीं है। अबैध खनन के मामले में कोतवाली पुलिस अर्से से अबैध वसूली कर रही है। प्रतिट्राली पुलिस का रेट निर्धारित है। लोगों को कहना है कि निर्माणाधीन पुलों की भरायी और उन्नाव-ऊॅचाहार हाई के लिए बन रहे बाईपास पर भरायी जा रही मिट्टी क्या अबैध खनन नहीं है। इनमें उपयोग की जा रही मिट्टी की कितनी राॅयल्टी राजस्व विभाग में जमा है। और कितनी मिट्टी खोदने की अनुमति है। इसका किसी के पास कोई रिकार्ड नहीं है। नागरिकों ने कहा कि सरकार के मिट्टी खनन को अबैध करार दे देने से मिट्टी माफिया आम लोगो का शोषण कर रहे हैं। और पुलिस व राजस्व विभाग की अबैध वसूली बढ़ गयी है।
सवांददाता: सर्वोदय मौर्या