यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद बीजेपी ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भी अपना दबदबा कायम रखा। शनिवार को हुए चुनाव के बाद बीजेपी ने 825 में 648 सीटों पर जीत का दावा किया। 735 सीटों पर बीजेपी समर्थित प्रत्याशी थे, जिनमें 349 पर पार्टी को निर्विरोध जीत मिली थी। बीजेपी के सहयोगी अपना दल-एस ने भी 14 में 9 सीटों पर जीत का दावा किया। इसके अलावा 76 सीटों पर बीजेपी के दो-दो कार्यकर्ता सामंजस्य के आधार पर लड़ रहे थे। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त नाराजगी के बावजूद चुनाव में जमकर हिंसा हुई। कई जिलों में सपाइयों ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस को कई जिलों में लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक, शनिवार को 476 सीटों के लिए हुए चुनाव में अमेठी, बलिया, सिद्धार्थनगर, कानपुर, मऊ, हमीरपुर, अमरोहा, लखनऊ, सुलतानपुर, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, उन्नाव, प्रतापगढ़, इटावा, कानपुर देहात और चंदौली में झड़प, मारपीट और पथराव की घटनाएं हुईं। हमीरपुर के सुमेरपुर ब्लॉक में सपा क्षेत्र पंचायत सदस्यों की गाड़ियां तोड़ दी गईं। बाराबंकी के त्रिवेदीगंज में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों के बीच हुई मारपीट में छह लोग घायल हो गए। अमरोहा के जोया ब्लॉक में सपा-बीजेपी कार्यकर्ता भिड़ गए और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा में सपा नेताओं की पुलिस से झड़प हुई। मुजफ्फरनगर में प्रशासन द्वारा बीजेपी प्रत्याशी को जबरन जिताने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया गया। कानपुर देहात के मलासा ब्लॉक में पुलिस के सामने से बीडीसी सदस्यों को अगवा करने का आरोप लगा।