कोरोना महामारी का खतरा अभी पूरे विश्व पर बना हुआ है। अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट से संक्रमण के प्रसार में तेजी आई है। ऐसे में व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बुधवार को रायटर को बताया कि बाइडेन प्रशासन किसी भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध को तुरंत नहीं हटाएगा। यहां तक कि अमेरिकी व्यापार समूहों और सांसदों के बढ़ते दबाव के आगे भी प्रशासन झुकने के मूड में नहीं है। जून में प्रशासन ने यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और मैक्सिको के साथ इंटरएजेंसी वर्किंग ग्रुप लॉन्च किए, ताकि यह देखा जा सके कि प्रतिबंधों को कैसे हटाया जाए और यात्रा फिर से शुरू की जाए।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने रायटर को आगे बताया कि हमने अपने टीकाकरण में घरेलू स्तर पर जबरदस्त प्रगति की है, जैसा कि सभी देशों ने किया है। अंतरराष्ट्रीय यात्रा को फिर से खोलने से पहले हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ऐसा करना सुरक्षित है या नहीं।
आपकों बता दें कि बाइडेन प्रशासन पर अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध हटाने का दबाव बन रहा है। अमेरिकी सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। हालांकि, यात्रा उद्योग समूह के लोग उनके इस फैसले से खुश नहीं हैं। उद्योग समूहों का कहना है कि पूरे विश्व में कोरोना की दूसरी लहर कम हो गई है और अमेरिका में टीकाकरण दर भी बढ़ गई है, जिसे देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध हटा देना चाहिए। इस पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध हटाने पर स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह ली जा रही है।
बता दें कि जर्मनी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में ठील देते हुए भारतीय नागरिकों के लिए प्रतिबंध हटा दिया है। जर्मनी ने भारत, ब्रिटेन और तीन अन्य देशों से प्रतिबंध हटाया है। हालांकि, कनाडा ने अभी भी भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा प्रतिबंध लगा रखा है। कोरोना के घातक डेल्टा वैरिएंट की वजह से कुछ और भी देश ऐसे है जिन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध लगाया हुआ है।