पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज की फटकार लगाई है. क्रिकेट पाकिस्तान से बात करते हुए अख्तर ने कहा कि यदि यह उनके अधिकार में होता तो वह खिलाड़ियों के लिए टेस्ट क्रिकेट को अनिवार्य कर देते. उन्होंने कहा कि यदि खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहेंगे तो उन्हें पाकिस्तान के लिए भी खेलने की अनुमति नहीं मिलेगी.
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि अगर पॉलिसी उनके हाथ में होती तो है खिलाड़ियों से कहते कि यदि आप पाकिस्तान के लिए खेलना चाहते हैं तो आपको टेस्ट क्रिकेट भी खेलना होगा. कुछ समय पहले मोहम्मद आमिर और वहाब रियाज ने छोटे फॉर्मेट पर अधिक ध्यान देने के लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.
खेल के फिटनेस पहलू को ध्यान में रखते हुए अख्तर ने कहा कि वह अभी भी खिलाड़ियों की फिटनेस को मैनेज करेंगे. ट्रेनिंग देंगे, लेकिन उन्हें लाल गेंद से भी क्रिकेट खेलने की जरूरत है या फिर टी20 क्रिकेट भी नहीं खेलना चाहिए. वह सालभर में 12 टेस्ट चाहते हैं. अख्तर ने कहा कि यदि इसके बाद भी कोई खिलाड़ी जरूरी काम नहीं करेगा तो कोई सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट नहीं मिलेगा.
अख्तर ने कहा कि पाकिस्तान को युवा में निवेश करना चाहिए और उन्हें भविष्य के वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर के रूप में तैयार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर वह क्रिकेट का सबसे लंबा फॉर्मेट नहीं खेलना चाहते तो वह यही कहेंगे कि टी20 क्रिकेट भी न खेलें और घर जाकर आराम करें. वह 16 साल के बच्चों के साथ काम करेंगे और पूरे पाकिस्तान से लड़कों को लाएंगे और उनमें निवेश करेंगे.