रायबरेली:भाजपा नेता शरद सिंह और उनके साथियों द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी विक्रम जैन को ब्लॉक परिसर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में कर्मचारियों में गुस्सा
महराजगंज/रायबरेली: विगत 27 मई 2021 को ब्लॉक परिसर में भाजपा नेता शरद सिंह और उनके साथियों द्वारा ग्राम पंचायत अधिकारी विक्रम जैन को ब्लॉक परिसर में घुसकर मारपीट करने के मामले में शुक्रवार को कर्मचारी लामबंद हो गए, और आरोप लगाया कि, सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस ने एक तो पूरे मामले की प्राथमिकी मामूली धाराओं में दर्ज की है। वहीं अभियुक्त खुलेआम घूम रहे हैं। जबकि विक्रम जैन पर भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है इस मामले को लेकर सारे कर्मचारी एकजुट है। कर्मचारियों ने कर्मचारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए ब्लॉक मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को संबोधित एक मांग पत्र खंड विकास कार्यालय में दिया है। आपको बता दें कि, बीते बृहस्पतिवार को ब्लॉक परिसर महराजगंज में एक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कराने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी विक्रम जैन के साथ मारपीट किए जाने की घटना घटित हुई थी, जिसको लेकर काफी बवाल हुआ था। मामले में विक्रम जैन ने कोतवाली महराजगंज पहुंचकर ओसाह गांव निवासी भाजपा के जिला महामंत्री शरद सिंह और 5, 6 अन्य लोगों के विरुद्ध मारपीट कर घायल करने तथा सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाए जाने व मारने की धमकी देने जैसे आरोप लगाकर तहरीर दी थी। घायल ग्राम पंचायत अधिकारी का इलाज भी पुलिस द्वारा सीएचसी महराजगंज में कराया गया था। दूसरी ओर धर्मपाल सिंह द्वारा विक्रम जैन के विरुद्ध भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम व गाली गलौज करने और जान से मार की तहरीर दी गई थी देर शाम तक मामले को सुलह सपाटा कराने के लिए कई कद्दावर नेता महराजगंज अस्पताल में डेरा डाले हुए थे। किंतु अंत में बात नहीं बनी तो पुलिस ने विक्रम जैन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था।आज शुक्रवार को सवेरे लगभग 10:00 बजे घटना की जानकारी मिलने पर ब्लॉक से जुड़े कर्मचारी मुख्यालय पर आ डटे और सब ने एकत्र होकर विक्रम जैन के समर्थन में भाजपा नेता के विरोध में जमकर नारेबाजी की, साथ ही एक मांग पत्र भी वीडियो कार्यालय को सौंपा। जिलाधिकारी को संबोधित मांग पत्र में आरोप लगाया गया है कि, सत्ता के दबाव में पुलिस ने विक्रम जैन के साथ हुई घटना को मामूली धाराओं में दर्ज कर लिया है। लगातार विक्रम जैन को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जिससे सभी कर्मचारियों में भय और दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। कर्मचारियों ने यह भी कहा कि, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान सभी कर्मचारियों ने कोरोना महामारी माहौल में पूरी तनमयता और इमानदारी के साथ अपना कार्य किया है। लेकिन जिस तरह से कर्मचारियों को गलत काम कराने के नाम पर मारा-पीटा और धमकाया जा रहा है, उससे कर्मचारी और उनके परिवारीजनों का मनोबल गिर गया है। कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि, विक्रम जैन के साथ हुई घटना को धारा 307 में तब्दील कराया जाए, और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के साथ-साथ विक्रम जैन पर सर जी फर्जी मुकदमा समाप्त किया जाए। इस मौके पर निर्मला देबी, रामसमुझ, देव पाल, राकेश हेला, शीतला प्रसाद, भावेश कुमार, ज्ञानेंद्र कुमार, राम बहोरे, राजाराम, बिंदा प्रसाद, विनय कुमार, रामअचल, दुर्गेश कुमार, राम अवध, लोधे प्रसाद, मंसाराम, अनिल कुमार, अखिलेश राम, सिद्धार्थ समेत बड़ी तादाद में कर्मचारी मौजूद रहे।