मौसम में उतार-चढ़ाव के दौरान गन्ने की फसल की फसल में लगने वाली बीमारियों से फसल सुरक्षा को गन्ना विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में इन दिनों गन्ने की फसल में लगने वाले ग्रास हॉपर, पायरिला, फॉल आर्मीवर्म, काला चिकटा समेत अन्य कीटों से बचाव के तरीके बताए गए हैं। गन्ना विभाग और चीनी मिलों को किसानों के बीच एडवाइजरी के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं रामगढ़ चीनी मील किसानों को कीटनाशक दवाइयां उपलब्ध कराने का प्रबंध कर रही है वही किसानों को गन्ने की उपज बढ़ाने हेतु व्यापक उपाय बताया जा रहे हैं, किस तरह से गन्ने में कीटनाशक को खत्म करना है और गन्ने की फसल में कितनी दवाई की मात्रा डालनी है कोराजन इस्तेमाल करने के उपाय और उसके फायदे भी बताए जा रहे हैं,
जिला गन्ना अधिकारी पीएन सिंह ने बताया अधिकांश किसानों द्वारा नकदी फसल होने के कारण गन्ने की खेती विस्तृत क्षेत्रफल में की जाती है। हर साल गन्ने की खेती में कीटों के प्रकोप के चलते व्यवधान उत्पन्न होता है। इसलिए गन्ना फसल के प्रबंधन एवं सुरक्षा के उपायों को अपनाकर मौसम के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि किसानों के बीच गोष्ठी और मोबाइल एसएमएस के जरिए कीटों से बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं।
ज्ञानेंद्र मौर्य जिला ब्यूरो रिपोर्ट/ सीतापुर