इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर इशा गुहा ने रविवार को कहा कि मेंस और महिला क्रिकेट के बीच अब भी असमानता मौजूद है, लेकिन उम्मीद जताई कि अगर मेंस क्रिकेट जितना ही महिला क्रिकेट पर ध्यान दिया जाए तो भारत ही महिला टीम भी उतना ही अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।
इशा ने कुछ ट्वीट करके उन विभाग का जिक्र किया जिन पर खेल के हितधारकों को काम करने की जरूरत है जिससे कि समानता हासिल की जा सके। उन्होंने साथ ही कहा कि महिला खेल के कल्याण के लिए मजबूत खिलाड़ी संघ होना जरूरी है। इशा ने ट्वीट किया, ‘महिलाओं को प्रगति के लिए आभारी महसूस कराया जाता है, लेकिन बराबरी हासिल करने के लिए काफी काम करने की जरूरत है (और सिर्फ सैलरी की समानता नहीं)। इसके लिए खिलाड़ी संघ अहम हिस्सा हैं। भारतीय महिला टीम दबदबा बनाएगी जब उनके खेल पर भी उतना ध्यान दिया जाएगा जितना मेंस क्रिकेट पर दिया जाता है।’
उन्होंने लिखा, ‘पुरुष खिलाड़ी अलग स्तर के हैं, लेकिन फिर भी खिलाड़ियों के कल्याण के लिए जमीनी स्तर पर समानता होनी चाहिए। सैलरी/कॉन्ट्रैक्ट का समय, समर्थन के लिए अच्छा नेटवर्क, अच्छा घरेलू ढांचा, मातृत्व प्रावधान, संन्यास की योजना जैसी चीजें खिलाड़ी संघ के जरिए हासिल की जा सकती है।’