आईपीएल 2021 से चेतेश्वर पुजारा की लंबे समय बाद आईपीएल में वापसी हुई। इस साल फरवरी में हुई नीलामी में चेन्नई सुपरकिंग्स ने उन्हें 50 लाख रुपये में खरीदा। पुजारा का ये बेस प्राइज था। इससे पहले आईपीएल के 6 सीजन में उन्हें किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं चुना था। उन्होंने साल 2014 में पंजाब किंग्स की तरफ से आईपीएल में खेला था। पंजाब की तरफ से उन्होंने 6 मैचों में 124 रन बनाए थे। उन्होंने साल 2013 में
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अपना एकमात्र अर्धशतक जड़ा था। इस मैच में उन्होंने 51 रन बनाए थे।
पुजारा ने यूट्यूब शो ‘माइंड मैटर्स’ में बातचीत के दौरान मान कि आईपीएल से बाहर रहना वास्तव में उनके लिए कठिन था। एक हद तक वो नीलामी के दौरान बार-बार नजरअंदाज होने से दुखी हुए। उन्होंने कहा कि यह कठिन था। आईपीएल से बाहर होना और आईपीएल में अनसोल्ड रहना कभी आसान नहीं था। इसने मुझे चोट पहुंचाई। लेकिन यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं नियंत्रित नहीं कर सकता। एक प्वॉइंट के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं कोशिश करूंगा और उन चीजों पर फोकस करूंगा, जिन्हें मैं नियंत्रित कर सकता हूं और मैं छोटे फॉर्मेट्स की दिशा में बेहतर काम कर रहा हूं।
आईपीएल 2020 जो पहले अप्रैल-मई के दौरान आयोजित किया जाना था, पुजारा ने टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया। इसके बजाय उन्होंने काउंटी टीम ग्लॉस्टरशायर के साथ छह मैचों के शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए। भारत के तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ के बाद वो दूसरे भारतीय खिलाड़ी ने जिन्होंने ये किया। पुजारा की यह डर्बीशायर (2014), यॉर्कशायर (2015 और 2018) और नॉटिंघमशायर (2017) के बाद चौथी काउंटी टीम थी। आईपीएल 14 स्थगित होने से पहले पुजारा चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से एक मैच भी नहीं खेल पाए थे।