अभिनव बिंद्रा ने क्रिकेटरों को लताड़ा, कहा- स्टेडियम के बाहर एम्बुलेंस जा रही है और आप बायो बबल में मस्त नहीं रह सकते- भारत के लिए निशानेबाजी में ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुके भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने देश के क्रिकेटरों और हो रहे आईपीएल को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने क्रिकेटरों को लताड़ लगाई है। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस में लिखे अपने कॉलम में कहा कि खिलाड़ियों को इतना जिम्मेदार तो होना चाहिए की वह आईपीएल में खेलने के दौरान महामारी से बचने को लेकर संदेश पहुंचाएं और अपना योगदान दें। मौजूदा समय में खिलाड़ियों को अपने आस-पास देखना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि कई खिलाड़ियों को काफी सारी उपलब्धियां मिलती हैं और वह अपने खेल के हीरो होते हैं। लेकिन हम किसी की जिंदगी नहीं बचा रहे हैं। इसलिए हमें हमारी उपलब्धियों को सही दिशा में रखना चाहिए, देखना चाहिए की हमार आस-पास क्या हो रहा है। फ्रंटलाइन वर्कस को देखिए वह कितने लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं। वही असली हीरो हैं। इसलिए अगर हमे मौका मिले तो हमारे बस में जो है हमें वो करना चाहिए।
इस बात से मुझे आईपीएल की याद आती है और इसे लेकर चल रही बहस की भी कि इसे जारी रखना सही है या नहीं। या यह लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। निजी तौर पर मैं इस समय किसी भी तरह का खेल देखने की स्थिति में नहीं हूं। मैं जब ट्वीटर पर जाता हूं और आईपीएल की कोई खबर आती है तो मैं तुरंत उसे हटा देता हूं। लेकिन यह मैं हूं। इसके सकारात्मक पहलू भी हो सकते हैं। इस समय काफी नकारात्मकता है। इंसान और देश होने के नाते हमें आगे बढ़ने के लिए भी किसी चीज की जरूरत है।
उन्होंने लिखा, खिलाड़ियों को एहसास होना चाहिए की वह कितने भाग्यशाली हैं कि वह इस समय में आईपीएल खेल रहे हैं। इसलिए मुझे उम्मीद है कि आईपीएल से जुड़ा हर इंसान कोरोनावायरस के संबंध में सही संदेश देने में अपना रोल निभाएगा। दूसरी बात, अगर मैं बीसीसीआई अध्यक्ष होता और मेरी क्षमता होती- मैं समझता हूं कि आईपीएल चैरिटी नहीं है। मैं इसका अधिकतर हिस्सा चैरिटी में देता, वैक्सीनेशन या दूसरे तरह से मदद करने में भी।
क्रिकेटर्स और अधिकारी अपने बबल में मस्त नहीं रह सकते और बाहर जो चल रहा है उसे लेकर वह पूरी तरह से अंधे, बहरे नहीं हो सकते। मैं सोच सकता हूं कि आप स्टेडियम के अंदर आईपीएल मैच खेल रहे हो और स्टेडियम के बाहर एम्बुलेंस जा रही है। मुझे नहीं पता कि टीवी पर इसकी क्या कवरेज है लेकिन मैं इस बात को निश्चित तौर पर सराहता अगर यह थोड़ा शांत होता। मुझे लगता है कि इसके इर्द गिर्द जश्न और बाकी चीजें कम से कम स्तर पर की जा सकती हैं क्योंकि आपको समाज के प्रति सम्मान भी दिखाना होता है।