फलस्तीनी चरमपंथियों और इजरायल में आपसी विद्रोह , हिंसा के मामलों में वृद्धि से यरुशलम में गहरा तनाव

गाजा पट्टी से फलस्तीनी चरमपंथियों ने शनिवार रात इजरायल में लगभग तीन दर्जन रॉकेट दागे तो दूसरी ओर इजरायली सेना ने हमास समूह के नियंत्रण वाले क्षेत्रों को निशाना बनाकर हमले किये. पिछले कुछ माह में सीमा पार हिंसा के मामलों में वृद्धि से यरुशलम में तनाव गहरा गया है.

पूर्वी यरूशलम में सैंकड़ों फलस्तीनियों की इजरायल पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद ये रॉकेट दागे गए हैं. दोनों पक्षों के बीच झड़प में कम से कम चार पुलिसकर्मियों और छह प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. रमजान के महीने में भी हिंसा पर लगा नहीं लग पाई है.
इस क्षेत्र के लिये संयुक्त राष्ट्र के दूत टोर वेन्सलैंड ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति बहाल करने के लिये सभी पक्षों के साथ काम कर रहा है.उन्होंने कहा, ”यरूशलम में उकसावे वाली कार्रवाई बंद होनी चाहिये. इजरायली आबादी वाले क्षेत्रों में ताबड़तोड़ रॉकेट दागे जाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इसे तत्काल रोका जाना चाहिये. मैं एक बार फिर सभी पक्षों से विशेषकर रमजान के पवित्र महीने में अधिकतम संयम बरतने और तनाव बढ़ने से रोकने की अपील करता हूं.”
अमेरिका ने भी शांति बरतने की अपील की है जबकि यरूशलम में मुसलमानों के पवित्र स्थल के संरक्षक पड़ोसी देश जॉर्डन ने इजरायली हमलों की निंदा की है.