उमरिया: राज्य सरकार ने लोगों के बीच कोविड-19 के टीके को लेकर फैली भ्रांतियों के खिलाफ कोरोना वलेंटियरो की नियुक्ति की है, ये कोरोना वालेंटियर लोगों के बीच जाकर उनके मन मे फैली टीकाकरण से संबंधित गलत भ्रांतियों का निदान लर रहे हैं उन्हें टीकाकरण के लिए जागरूक कर रहे हैं एवं अति दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचा भी रहे हैं.
उमरिया जिले के तहसील चंदिया के अंतर्गत कौड़िया सलैया में भी दो कोरोना वालेंटियर रत्नदीप त्रिपाठी और यशदीप त्रिपाठी भी समाज सेवा की इस मुख्य कड़ी में अपना सहयोग दे रहे हैं.
इन कोरोना वलेंटियरो से बात करने पर इन्होंने बताया, “हम दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में जाते हैं वहाँ अभी भी लोग कोविड टीके को लेकर संशय में हैं उनका मानना होता है इससे बुखार चढ़ता है, सिर दर्द की समस्या होती है, कई बार तो टीके लगने के बाद भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव निकल जाता है. हम उन्हें समझाते हैं कि हल्का बुखार आने का मतलब होता है कि वैक्सीन अपना प्रभाव कर रही है आपको स्वास्थ्य केंद्र से पेरासिटामोल की गोली भी दी जाएगी ताकि बुखार ज्यादा होने पर उसे लिया जा सके. जहां तक बात है दोबारा पॉजिटिव आने की तो यकीनन कुछ मामलों में ऐसा हुआ है किंतु दोबारा पॉजिटिव होने पर यह वायरस बहुत कम प्रभावी हो जाता है और टीका लगाए हुए व्यक्ति की मौत नहीं होती.”
दोनों वलेंटियरो ने बताया कि, “कुछ लोगों के पास स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंच के साधन नहीं है, हम उन्हें एक एक से अपनी बाइक पर बैठाकर स्वास्थ्य केंद्र तक छोड़ते हैं ताकि अधिकाधिक टीकाकरण हो सके.”
इनके द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि इन वलेंटियरो ने आज पहली बार जॉइन किया और अपने पहले ही प्रयास में 30 लोगों को टीकाकरण मुहैया कराया. उपस्वास्थ्य केंद्र कौड़िया सलैया में CHO पद पर आसीन नौरीन फिदा मंसूरी भी टीका लगवाने आने वाले लोगों को सामाजिक दूरी, मास्क और सेनेटाइजर के बारे में बताती हैं ताकि कोविड-19 के बढ़ते इन्फेक्शन को कंट्रोल किया जा सके.