छत्तीसगढ़: कोरबा थाना प्रभारी पसान नवीन देवांगन, थाना प्रभारी कटघोरा अविनाश सिंह, चौकी प्रभारी जटगा अफसर खान के संयुक्त टीम द्वारा एमसीपी लगाकर 62लाख के गांजे के साथ दो तस्करों काे गिरफ्तार किया है. आरोपी ओडिशा से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के विभिन्न जगहों में खपाने के फिराक में थे आरोपी अलग-अलग वाहन में थे आरोपी।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर और अनु विभागीय अधिकारी कटघोरा रामगोपाल करियारे के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में की गई बड़ी कार्रवाई।
गांजा तस्करी मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. 2 थाना और 1 चौकी पुलिस ने टीम बनाकर घेराबंदी कर गांजा ले जाते हुए दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है. वही दो आरोपी घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कटघोरा, जटगा और पसान के रास्ते बड़ी मात्रा में गांजा की तस्करी की जा रही है. जिसके बाद थाना प्रभारी पसान, थाना प्रभारी कटघोरा, चौकी प्रभारी जटगा की संयुक्त टीम ने तत्काल नाकेबंदी कर सभी वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी. संदिग्ध वाहन के आते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दो लोगों को हिरासत में लिया. वाहन की चेकिंग करने पर वाहन क्रमांक CG 11 MA 4483 बोलेरो और वाहन क्रमांक CG 10 AE 0863 स्कॉर्पियो में बड़ी मात्रा में गांजा जब्त किया गया, जिसकी कीमत 62 लाख के करीब है. पुलिस फौरन वाहन समेत गांजे को अपने कब्जे में लेकर दोनों तस्करों को वाहन समेत गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि आरोपी 01 खगेश्वर मरार पिता कौशल प्रसाद मरार उम्र 32 वर्ष निवासी पेंद्री थाना नवागढ़ जिला जांजगीर चांपा 02 सुरेश्वर प्रसाद साहू पिता सीताराम साहू उम्र 27 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 4 बर पारा थाना नवागढ़ जिला जांजगीर चांपा र्दोनों आरोपियों के खिलाफ गांजा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
फिलहाल उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
साथ ही उक्त दोनों अवैध तस्करी के आरोपी सरगना मास्टरमाइंड एवं स्लीपर मुख्य आरोपी के संपूर्ण गिरोह के बारे में मूवी लगाकर जानकारी एकत्रित की जा रही है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा रामगोपाल करिया रे, थाना प्रभारी कटघोरा अविनाश सिंह, थाना प्रभारी पसान नवीन देवांगन,जटगा चौकी प्रभारी अफसर खान,SI अशोक शर्मा, साइबर सेल से ASI दुर्गेश राठौर, गुणाराम एवं तीनों थाना चौकियों के स्टाफ की विशेष भूमिका रही।