अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक मई तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों की वापसी की संभावना को खारिज कर दिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और तालिबान के बीच पिछले साल हुए समझौते के तहत अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए यह समय सीमा तय की गई थी।
बाइडन ने व्हाइट हाउस के ‘ईस्ट रूम’ में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक मई की समय सीमा में काम समाप्त करना मुश्किल होगा, उन सैनिकों को वहां से बाहर निकालना मुश्किल होगा। इसलिए जो हम कर रहे हैं, जो मैं कर रहा हूं और जो विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन कर रहे हैं। वह यह है कि हम अपने सहयोगियों से मिल रहे हैं, उन अन्य देशों से जो नोटो सहयोगी हैं, जिनके सैनिक भी अफगानिस्तान में है। अगर हम वहां से अपने सैनिकों को वापस लाएंगे तो इसे सुरक्षित तथा व्यवस्थित तरीके से करेंगे।
बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन सहयोगियों और साझेदारों के साथ परामर्श कर रहा है कि अफगानिस्तान में आगे की प्रक्रिया क्या हो। अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन भी इस सप्ताह ब्रसेल्स में अपने नाटो सहयोगियों से मुलाकात करेंगे। बाइडन ने यहां अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की अफगानिस्तान की यात्रा का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में एक प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी कि कैसे इस युद्ध को समाप्त किया जाए। बाइडन ने कहा कि ”मेरी मंशा वहां लंबे समय तक रहने की नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि कैसे और किसी स्थिति में हम पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा किए उस समझौते को पूरा करें…….”