भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहे चार साल का वक्त हो चुका है. लेकिन वो अभी भी सुर्खियों में बने रहते हैं. फिर चाहें वजह उनकी कॉमेंट्री हो या किसी खिलाड़ी के साथ उनका पुराना कनेक्शन. बीते कुछ दिनों से नेहरा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लेकर चर्चा में हैं. पंत ने हफ्ते भर पहले इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट में शानदार 101 रन बनाए थे. पंत की इस पारी के बाद नेहरा के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. जिसमें नेहरा युवा पंत के बल्ले पर ऑटोग्राफ देते हुए नजर आए थे. यह फोटो दिल्ली में हुए एक स्कूल टूर्नामेंट की थी. विराट कोहली के बचपन की भी ठीक ऐसी ही एक तस्वीर उस वक्त सामने आई थी. जिसमें नेहरा उन्हें शाबाशी देते नजर आए थे. उनकी इस तस्वीर को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी मजेदार ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि हमने युवा विराट कोहली की ऐसी ही तस्वीर आशीष नेहरा के साथ देखी थी. इससे आप समझ सकते हैं कि सफलता की सीक्रेट रैसिपी क्या है.
दरअसल, नेहरा भारत के लिए खेलने से पहले दिल्ली की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलते थे. शुरुआती दौर में वो दिल्ली के सोनेट क्लब की ओर से खेले हैं. दिलचस्प बात ये है कि पंत भी नेहरा के साथ इस क्लब के लिए खेल चुके हैं. दोनों का ये कनेक्शन इंटरनेशनल क्रिकेट में भी जुड़ा रहा. 2017 में जब पंत ने 19 साल में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज से इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उस समय 37 साल के नेहरा को भी टीम में चुना गया था. तब विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे. नेहरा और पंत ने इस सीरीज की तैयारी सोनेट क्लब में ही की थी. उस समय नेहरा के साथ खेलने से जुड़े सवाल पर पंत ने कहा था कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि आशीष भैया के साथ कभी भारत के लिए खेलूंगा. मुझे आज भी याद है जब इस क्लब के लिए अंडर-13 मैच में अच्छे प्रदर्शन के बाद आशीष भैया ने मुझे एक बैट गिफ्ट किया था. हालांकि, उसी साल नवंबर में नेहरा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. उन्होंने 1 नवंबर 2017 को अपना आखिरी टी20 दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. उस मैच में भी विराट कोहली टीम के कप्तान थे. लेकिन पंत प्लेइंग-11 में जगह बनाने में नाकाम रहे थे.
नेहरा ने जब पहला टेस्ट खेला तब पंत 2 साल के थे
नेहरा ने 1999 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टेस्ट डेब्यू किया था. उस समय उनकी उम्र 20 साल थी. कप्तान कोहली समेत मौजूदा टीम इंडिया का कोई भी खिलाड़ी तब भारतीय टीम का हिस्सा नहीं था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नेहरा कितने सीनियर हैं. वो गिने चुने खिलाड़ियों में से हैं, जो मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली से लेकर विराट कोहली की कप्तानी में खेल चुके हैं. दिलचस्प बात ये है कि जब नेहरा ने अपना पहला टेस्ट खेला था. तब पंत सिर्फ दो साल और भारतीय कप्तान कोहली 10 साल के थे और जब 2017 में 38 साल की उम्र में नेहरा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा उसी साल 19 साल की उम्र में पंत ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था. यानी जितने साल की उम्र में पंत ने इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया. उतने साल तो नेहरा ने इंटरनेशनल क्रिकेट खेली है.पंत के टैलेंट को पहचानने का श्रेय नेहरा को जाता है
पंत के टैलेंट को पहचानने का श्रेय भी नेहरा को ही जाता है. ये बात पंत के कोच तारक सिन्हा भी कह चुके हैं. तारक दिल्ली के अलावा उस सोनेट क्लब के भी हेड कोच रह चुके हैं जिससे पंत और नेहरा खेलते थे. उन्होंने बताया था कि नेहरा ने ही सबसे पहले पंत के हुनर को पहचाना था. क्लब के नेट सेशन के दौरान पंत की बल्लेबाजी देखकर नेहरा प्रभावित हुए थे. तब उन्होंने कहा था कि मुझे उनमें (पंत) खास चीज नजर आती है और आगे चलकर वो देश के लिए खेलेंगे. नेहरा की बात कुछ सालों बाद सच हुई और 19 साल की उम्र में पंत को टीम इंडिया की ओर से खेलने का मौका भी मिला और आज नेहरा के साथ उनकी या विराट कोहली की पुरानी तस्वीरें वायरल हो जाती हैं और लोग ये कहते हैं कि जिस भी खिलाड़ी को नेहरा ने बचपन में ऑटोग्राफ दिया वो आगे चलकर स्टार बन जाता है. आज ये बात सच भी साबित होती दिख रही है. क्योंकि विराट कोहली इस वक्त दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माने जाते हैं तो वहीं पंत ने हाल ही में आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में टॉप-10 में जगह बनाई है. वो ऐसा करने वाले भारत के पहले विकेटकीपर हैं.