ऋषभ पंत ने जब से भारतीय टीम में कदम रखा तब से उनकी तुलना भारतीय टीम के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी से होती रही हैं. पंत ने जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया तब धोनी टीम में थे और वनडे-टी20 क्रिकेट खेल रहे थे. पंत हालांकि वनडे और टी20 में सफल नहीं रहे.उन्हें सफलता मिली है टेस्ट क्रिकेट में और हालिया दौर में उन्होंने टेस्ट में जो प्रदर्शन किया है उसने भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को यह कहने पर मजबूर कर दिया है कि वह लगभाग धोनी जैसे ही खिलाड़ी हैं.
पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दमदार प्रदर्शन किया और फिर इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में भी दमदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई. पंत के बल्ले और विकेटकीपिंग दोनों में सुधार देखा गया. अब वह सभी की तारीफों का केंद्र बने हुए हैं.
बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने कहा कि पंत वो खिलाड़ी हैं जो अपनी बल्लेबाजी से विपक्षी टीम से मैच छीन सकते हैं चाहे प्रारूप कोई भी हो. गांगुली ने एबीपी लाइव बंगाली से बात करते हुए कहा, “पंत लगभगा धोनी के जैसे ही खिलाड़ी हैं. वह मैच विजेता खिलाड़ी हैं. वह विपक्षी टीम से मैच छीन सकते हैं. वह अविश्वस्नीय शॉट्स खेलते हैं. पंत अपनी टीम को मैच जिता सकते हैं. चाहे वो टेस्ट हो, वनडे हो या टी20. वह स्वाभाविक तौर पर आक्रामक खिलाड़ी हैं. वह अपने शॉट्स खेलते हैं. वह मिनटों में मैच का रूख बदल सकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पंत को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मौका नहीं मिला था. मेलबर्न में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में वह अंतिम-11 में चुने गए और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. सिडनी में उन्होंने 97 रनों की पारी खेल भारत को मैच ड्रॉ कराने में अहम रोल निभाया. अगर वह कुछ औऱ देर मैदान पर टिक जाते तो शायद सिडनी टेस्ट मैच भी भारत की झोली में आ जाता. इसकी कमी को हालांकि उन्होंने ब्रिस्बेन में पूरा किया. पंत मैच की चौथी पारी में 89 रन बनाकर नाबाद लौटे और टीम को जीत के साथ-साथ सीरीज भी जिताई. इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्होंने अहमदबाद में खेले गए आखिरी टेस्ट मैच में शानदार शतक जड़ा