जालौन: कालपी से भोगनीपुर को चलने वाले खटारा आपे जिसमे कम से कम १५सवारियां भूसा की तरह भरी जाती हैं दो तीन लटक भी जाती हैं बैखोफ चालक नेशनल हाईवे पर फर्राटा भरता कच्चा धुआं उगलत चला जाता है इनको शायद कोई ट्राफिक पुलिस य किसी का भय नहीं ।पर ताजुब्ब होता है कि जरा सी कमी पर टू व्हीलर का चालान ठोकने वाले देश की जनता की जान को सुरक्षित रखने वाले रहनुमाओं को ये डग्गामार वाहन क्यों नहीं दिखाई देते। शायद इन डग्गामार मौत के चालकों ने जिम्मेदारों की आंखों मे हरे हरे गांधी छाप चश्में लगा रखे हैं।
बताते चलें कि कालपी से भोगनीपुर लगभग १५किलोमीटर की दूरी पर आधा सैकडा़ से अधिक आपे(टैक्सी)चल रहे हैं जो कि ९०प्रतिशत ऐसी स्थिति में हैं जिनका जीवन समाप्त है पर ठोक ठाक कर जुगाड़ से वाहन मालिक इनको चलवा रहे हे इनमे ७ सवारियों को बैठाने का परमिट है पर दोगुनी से अधिक सवारियां भर कर वो भी किसी आउट रोड पर नहीं नेशनल हाईवे २५पर दौड़ रहे हैं। इसके बारे में जब एक आपे मालिक से पूछा तो उसका कहना था खर्चा अधिक है इसलिएये करना पड़ता है खर्चा क्या क्या है पूछने पर बताया डेली भोगनी और कालपी में यूनियन खर्च देना पड़ता है वही यूनियन वालेपुलिश खर्च के नाम से महिनें मे एक मुस्त पैसा लेते है। जो सबसे अधिक खलता है ।वहीं डीजल भी काफी मंहगा हो गया है क्या करें मजबूरी है ।
सवांददाता: रेहान रजा