उमरिया: राजस्व अधिकारियों की बैठक संपन्न,कलेक्टर ने एक वर्ष के ऊपर के राजस्व प्रकरणों का एक माह के भीतर निराकरण के दिए निर्देश

उमरिया 27 फरवरी – एक वर्ष के ऊपर के राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का एक माह के भीतर निराकरण सुनिश्चित कराया जाए। सीमांकन के प्रकरणों में फील्ड बुक तैयार कराकर संबंधित हितग्राही को दी जाए। राजस्व अधिकारी बंटवारा , सीमांकन, डायवर्सन आदि के प्रकरणों को ज्यादा समय तक लंबित नही रखे। उक्त आशय के निर्देश कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने राजस्व अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक मे दिए। बैठक में अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, एसडीएम बांधवगढ नीरज खरे, तहसीलदार बांधवगढ दिलीप सिंह, नायब तहसीलदार नजूल पंकज नयन तिवारी, चंद्रशेखर मिश्रा, संध्या रावत , भूपेंद्र पटेल उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने राजस्व न्यायालयो में चल रहे दाण्डिक प्रकरणों, राजस्व वसूली महालेखाकार एवं लोक लेखा समिति की कण्डिकाओं की समीक्षा करते हुए निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि भू अर्जन के प्रकरण में मुआवजा वितरण एवं आवार्ड पारित करनें की कार्यवाही संबंधित ग्रामों में शिविर लगाकर की जाए। उन्होनंे राजस्व पुस्तक परिपत्र में प्रावधानित पीडित परिवार को पूरी संवेदनशीलता के साथ शीघ्रता से सहायता राशि उपलब्ध करानें के निर्देश दिए। आपने सीएम हेल्पलाईन , लोक सेवा गारण्टी अधिनियम , समाधान एक दिवस तथा सुशासन के तहत शासन द्वारा चिन्हित किए गए प्रकरणांे में समय सीमा में प्रमाण पत्र जारी करनें के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि कोविड 19 अभी पूरी तरह से समाप्त नही हुआ है । लगातार हाट बाजारों में निरीक्षण का दौर जारी रखकर लोगों को जागरूक बनाया जाए, उन्हें मास्क लगाने , सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने हेतु समझाईश दी जाए। आर आर सी के प्रकरणों के लक्ष्य की पूर्ति की जाए तथा वरिष्ठ न्यायालयों द्वारा चाहे गये अभिलेख तत्परता के साथ उपलब्ध कराए जाए। कलेक्टर ने खनिजों के अवैध उत्खनन , परिवहन एवं भण्डारण तथा वसूली पर सख्त कार्यवाही के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होने कहा कि आगामी समय में गेहूं का उपार्जन शुरू होगा। सभी राजस्व अधिकारी उपार्जन केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करें तथा ग्रीष्म काल में पेयजल संकट के निराकरण हेतु तत्पर रहे। बैठक में सीएम किसान योजना तथा फसल गिरदावली की समीक्षा की गई। आरसीएमएस अच्छा कार्य करने पर तहसीलदार करकेली संध्या रावत के कार्यो की सराहना की तथा उन्हें राजस्व प्रकरणों के निराकरण को शून्य स्तर तक लाने की समझाईश दी। इस अवसर पर डायवर्सन प्रकरणों की स्थिति , राजस्व एकाउटिंग सिस्टम में भुगतान , भूमि बंधक तथा भूव्यवर्तन की भी समीक्षा की गई।

सवांददाता: कंचन साहू