कपिल सिब्‍बल का बड़ा बयान , राहुल के बयान पर कांग्रेस के भीतर ही घमासान,

केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान से सियासत गरमा गई है। इस बयान को लेकर भाजपा हमलावर है तो कांग्रेस बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता इस पर खुलकर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। भाजपा ने कहा कि भारतीयों का अपमान करना राहुल का पसंदीदा शगल है। दूसरी ओर वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा का कहना है कि कांग्रेस ने कभी भी क्षेत्र, भाषा और धर्म के आधार पर लकीर नहीं खींची। कपिल सिब्बल ने कहा कि इस पर राहुल गांधी ही स्पष्टीकरण दे सकते हैं।

राहुल गांधी के बयान पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि मतदाता बुद्धिमान हैं, वे जानते हैं कि किसे वोट देना है, किस उम्मीदवार को वोट देना है, किस राजनीतिक दल को वोट देना है। वे जानते हैं कि वे उन्हें क्यों वोट देते हैं… मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस किसी भी चुनाव में किसी भी तरह का अपमान करेगी।

सिब्बल ने कहा कि मैं केवल यह कह सकता हूं कि हमें देश के मतदाताओं की बुद्धि का सम्मान करना चाहिए चाहे वो कहीं के रहने वाले हों। वह मतदाता ही है जो आपको वोट देता है और आपको सत्ता की कुर्सी पर बिठाता है। हमें देश के मतदाताओं का सम्‍मान करना चाहिए और उनकी बुद्धिमत्ता को नजरंदाज नहीं करना चाहिए।

कपिल सिब्‍बल ने कहा कि भाजपा का यह कहना कि हम देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। यह सरकार है जिसने सत्ता में आने के बाद से लोगों को विभाजित किया है। जहां तक राहुल गांधी के बयान का सवाल है तो उस पर टिप्पणी करने वाला मैं कोई नहीं हूं। यह बयान राहुल का है इसलिए वह ही बता सकते हैं कि उन्होंने किस संदर्भ में उक्‍त बात कही है।

कपिल सिब्बल ने कहा कि बटवारे की राजनीति तो भाजपा करती है। मतदाता चाहे उत्तर भारत का हो या फिर दक्षिण भारत का सभी मतदाताओं को वोट देने की समझ है। मैं कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। मतदाता कहीं का भी हो उसे इज्जत देनी चाहिए।

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ‘राहुल गांधी जी ने अपने किसी अनुभव के आधार पर टिप्पणी की है, मुझे किसी क्षेत्र के अपमान की बात मुझे नहीं दिखती। राहुल गांधी ही स्पष्टीकरण दे सकते हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश को एक समझा है, हमने कभी क्षेत्र, भाषा और धर्म के आधार पर लकीर नहीं खींची।’

आनंद शर्मा ने आगे कहा कि क्या कहना चाह रहे हैं कुछ लोग, हम नहीं कह सकते। जहां तक अमेठी की बात है, वहां के मतदाताओं के भी हम कृतज्ञ हैं, उन्होंने लंबे समय तक राजीव गांधी जी को चुनकर भेजा, राहुल गांधी भी तीन बार वहां से चुने गए। कांग्रेस पार्टी वहां के मतदाताओं का सम्मान करती है।

केरल में अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तिरुअनंतपुरम में एक सभा में कहा, ‘पहले के 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद था। मुझे वहां दूसरे तरह की राजनीति का सामना करना पड़ता था। केरल आना मेरे लिए ताजगी भरा रहा, क्योंकि यहां के लोग मुद्दों की राजनीति करते हैं और सिर्फ सतही नहीं, बल्कि मुद्दों की तह तक जाते हैं।’

राहुल के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा नेताओं ने इस बयान को उत्तर भारतीयों का अनादर बताते हुए राहुल गांधी को अवसरवादी करार दिया है। भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि कुछ ही दिन पहले वह (गांधी) पूर्वोत्तर में थे, देश के पश्चिमी भाग के खिलाफ जहर उगल रहे थे। आज दक्षिण में वह उत्तर के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। राहुल गांधी जी अब बांटो और राज करो की राजनीति काम नहीं करेगी। लोगों ने इस तरह की राजनीति को खारिज कर दिया है। देखिए गुजरात में क्या हुआ है।

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले उत्तर भारत को कांग्रेस मुक्त कर दिया। अब दक्षिण की तरफ चले हैं। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक है। ये वहीं कांग्रेस थी जिसने धर्म के नाम पर भारत, पाकिस्तान को बांटा। अब उत्तर और दक्षिण को बांटने चले हैं। जनता ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देगी।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी राहुल के इस बयान पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि मैं दक्षिण भारत से हूं। मैं पश्चिमी राज्य से सांसद हूं। मैं उत्तर भारत में पैदा हुआ, वहीं पढ़ा और काम किया। मैं दुनिया के सामने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करता हूं। भारत एक है। कभी भी किसी क्षेत्र को नीचा न दिखाएं, कभी भी हमें विभाजित न करें। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर कहा कि अमेठी के लोगों ने आपके पूरे परिवार को बहुत मौका दिया। यदि आप अच्‍छे हैं तो भारत के हर क्षेत्र के लोग अच्छे हैं…