राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और उनके मंत्रिमंडल का त्यागपत्र मंजूर कर लिया। एक दिन पहले ही विधानसभा में विश्वास मत साबित करने में नाकाम रहने के बाद नारायणसामी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। अधिसूचना की एक प्रति यहां राजनिवास द्वारा मीडिया को उपलब्ध कराई गई।
इस बीच, नारायणसामी ने कहा है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उनकी सरकार को गिराने के लिए भारी धनराशि और केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। भाजपा ने एक बार फिर से साबित किया है कि उसके मन में जनादेश और लोकतंत्र के प्रति कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन की भारी जीत होगी।
पुडुचेरी विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई। स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नार.नारायणसामी ने उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। गौरतलब है कि विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा, 2 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन था।
यानी कांग्रेस के पास 11 विधायकों (स्पीकर को लेकर 12) का समर्थन है, जबकि विधानसभा की वर्तमान स्थिति के मुताबिक उसे बहुमत के लिए 14 विधायकों का समर्थन चाहिए थे. हालांकि। फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री नारायणसामी दावा करते रहे कि उनके पास निर्वाचित विधायकों में से बहुमत है।