म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ अमेरिका ने म्यांमार के लोगों का साथ देने की बात कही है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन(Antony Blinken) ने कहा है कि अमेरिका म्यांमार के लोगों के साथ खड़ा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना जारी रखेगा जो म्यांमार(बर्मा) के लोगों के खिलाफ हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं क्योंकि वे लोग अपनी लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार की बहाली की मांग कर रहे हैं। ब्लिंकन ने कहा कि हम म्यांमार(बर्मा) के लोगों के साथ खड़े हैं।
गौरतलब है कि म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पुलिस के बल प्रयोग के बावजूद विरोध प्रदर्शन थम नहीं रहे हैं। देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। पुलिस ने इन्हें खदेड़ने के लिए फायरिंग की। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। गत एक फरवरी को तख्तापलट के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों में यह सबसे बड़ी हिंसा बताई जा रही है।
म्यांमार के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत टॉम एंड्रयूज ने कहा, वह दो लोगों की मौत से भयभीत हैं। मृतकों में एक किशोर है। उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘पहले वाटर कैनन फिर आसूं गैस और अब रबर बुलेट से बिल्कुल नजदीक से प्रदर्शनकारियों को गोली मारा जाना। यह पागलपन बंद होना चाहिए।’ उधर, सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और पुलिस पर लाठी, चाकू और गुलेल से हमला किया। इस हमले में आठ पुलिसकर्मी और कई सैनिक घायल हुए हैं।