यह अध्ययन 758 वालंटियरों पर किया गया जिनकी उम्र 21 से 64 साल के बीच थी। 15 दिन के अंत तक स्त्री और पुरूष दोनों में टेस्टोस्टेरोन स्तर में इजाफा देखा गया। पुरूषों में यह मूंछ, दाढ़ियों को प्रभावित करता है, आवाज भारी होती है और उसके साथ ही सेक्स की इच्छा में इजाफा होता है।
वैज्ञानिकों ने पाया कि इससे महिला एडरेनल ग्लैंड और डिंबाशय पर असर पड़ता है। उनमें सेक्स की इच्छा बढ़ती है और साथ ही उनकी हड्डियां तथा मांसपेशियां मजबूत होती हैं। रिसर्च की मानें तो बढ़े हुए टेस्टोस्टेरोन का एक और फायदा होता है। यह आपका मूड अच्छा करता है और साथ ही याददाश्त बढ़ाता है। तनाव से भी आपको निजात दिलाता है। एडिनबर्ग रिसर्च में हिस्सा लेने वाले लोगों का टेस्टोस्टेरोन स्तर, रक्तचाप और एक वैज्ञानिक पैमाने का उपयोग करते हुए डर, दुख, पश्चाताप, शर्म समेत 11 भावनाओं का स्तर मापा गया। अध्ययन में पाया गया कि टेस्टोस्टेरोन का स्तर 16 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक बढ़ा है जबकि ब्लडप्रेशर में गिरावट आई है।