कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने वाला है। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने बुधवार को कहा कि देश को गुलाम नबी आजाद की राजनीतिक बुद्धिमत्ता और प्रतिबद्धता की जरूरत है। 87 साल के जेडीएस सुप्रीमो ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री को वर्षों से चली आ रही उनकी दोस्ती और भाई-चारा के लिए धन्यवाद दिया।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने ट्वीट करके कहा, ‘देश को गुलाम नबी आजाद की राजनीतिक शिथिलता और प्रतिबद्धता की आवश्यकता है और मुझे यकीन है कि वह अभी कई वर्षों तक देश की सेवा करते रहेंगे।’ राज्यसभा में आजाद का कार्यकाल अगले हफ्ते खत्म हो रहा है। उनके साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के चार और सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसके मद्देनजर मंगलवार को इन्हें विदाई दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए उन्हें सच्चा मित्र बताया और एक गुजरात के पर्यटकों पर कश्मीर में हुए आतंकी हमले को याद कर भावुक भी हो उठे। दरअसल जह यह घटना हुई उस वक्त गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। आजाद ने हमले में हताहत हुए लोगों के परिवारों की देखभाल अपने परिवार जैसी की थी।
इस दौरान आजाद ने 41 साल के अपने राजनीतिक अनुभवों को साझा किया और घटनाओं का जिक्र करते हुए खुद भी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विरोधों के बाद भी हम मिलकर ही देश को चला सकते हैं, लड़कर नहीं। उन्होंने कहा कि वे खुशकिस्मत हैं कि पाकिस्तान एक बार भी नहीं गए। उन्हें हिदुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व है। हिंदुस्तान के मुसलमानों को भी इस पर गर्व होना चाहिए। आजाद के अलावा राज्यसभा में जिन तीन अन्य सदस्यों को विदाई दी गई है, उनमें जम्मू-कश्मीर से शमशेर सिह, मीर मोहम्मद और नजीर अहमद शामिल हैं।
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आदर्श कुमार
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