तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने स्पष्ट कर दिया है कि मुख्य कोच मिस्बाह उल हक और उनके मौजूदा सपोर्ट स्टाफ के हटने के बाद ही वह पाकिस्तान के लिए फिर से क्रिकेट खेल सकते हैं। टेस्ट से पहले ही संन्यास ले चुके आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मैनेजमेंट पर ‘मानसिक उत्पीड़न’ का आरोप लगाते हुए पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी।
उन्होंने कहा था कि वह मौजूदा पीसीबी प्रबंधन की देखरेख में नहीं खेलना चाहते हैं। हालांकि आमिर अब अपने संन्यास लेने वाली बात से यू-टर्न लेते हुए दिखाई दे रहे हैं।
28 वर्षीय आमिर ने सोमवार को ट्विटर पर कहा, ‘ मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं केवल तभी पाकिस्तान के लिए फिर से खेलूंगा जब इस टीम प्रबंधन को हटा दिया जाएगा। इसलिए कृपया अपनी खबरों को बेचने के लिए फेक न्यूज मत फैलाइए।’
आमिर ने पिछले महीने सोशल मीडिया पर कहा था, ‘ मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया। मुझे नहीं लगता कि मैं मौजूदा प्रबंधन के रहते खेल सकता हूं। मैं अभी के लिए क्रिकेट छोड़ रहा हूं। मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया है। इसे झेल नहीं सकता।’
आमिर 2009 में टी-20 विश्व कप और 2017 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं। 2010 में स्पॉट फिक्सिंग के कारण उन पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था और इसके बाद उन्होंने 2015 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी।