बहुत अजीब होते हैं ये प्लैटिपस, आओ जाने

प्लैटिपस (Platypus) ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले जीव होते हैं जिसकी चोंच बतख जैसी होती है. कई लिहाज से अजीब यह स्तनपायी जानवर विलुप्त होने की स्थिति में है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने इसका संपूर्ण जीनोम मैप (Genome Map) बनाने में सफलता हासिल की है. इसके अध्ययन से शोधकर्ता यह पता लगाने में सफल हुए हैं कि आखिर यह जीव इतना अजीब क्यों है.

कितने अजीब हैं ये

प्लैटिपस की सबसे ख़ास बात यह है कि यह उन चुनिंदा जीवों में से है जिनकी प्रजातियों के जीवाश्म आज भी मिलते हैं. इसलिए ये पृथ्वी के सबसे पुराने जीवों में से एक हैं. इनमें 10 सेक्स क्रोमोज़ोम का पाया जाना, जहरीले दांत, चमकीले फर और पसीने में निकलने वाले दूध इनके कुछ अजीब लगने वाले लक्षण हैं. इसके अलावा ये जीव की मादाएं न सिर्फ अंडा देते हैं बल्कि अपने बच्चों को स्तन से दूध भी पिलाती हैं. इसीलिए इन्हें अंडज और स्तनापयी दोनों ही श्रेणियों में रखा जा सकता है.

इनके जीन्स का अध्ययन बताता है कि ये पुरातन और आधुनिक जानवर दोनों हैं और इनमें पक्षियों, सरीसृप और स्तनपायी जीवों का मिश्रण है. इन जानवरों और प्लैटिपस में कई समानता की वजह यही है कि ये पृथ्वी के दूसरे रीढ़धारी जीवों के पूर्वजों से अपनी जीन्स साझा करते हैं.

क्या क्या बता सकता है जीनोम मैप

वैज्ञानिकों को लगता है कि जीनोम इंसानों के उद्भव और विकास की कहानी के रहस्यों का खुलासा कर सकते हैं. साथ ही यह भी बता सकते हैं कि कैसे स्तनपायी जीव अंडे देने की जगह सीधे संतान पैदा करने लगे. कोपनहेगन यूनिवर्सिटी के इवोल्यूशनरी बायोलॉजिस्ट ग्योजी झांग (Guojie Zhang) बताते हैं कि संपूर्ण जीनोम ने हमें उन सवालों के जवाब दिए हैं जिनसे पता चलता है कि कैसे प्लैटिपस में कुछ अजीब विशेषताएं आ गईं.

ग्योजी झांग का मानना है कि जीनोम की पड़ताल प्लैटिपस के लिए बहुत अहम है क्योंकि इससे इंसान सहित स्तनपायी जीवों के उद्भव के बारे में समझना बेहतर हो सकता है. इससे पहले मादा प्लैटिपस की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई थी, लेकिन उसमें Y क्रोमोज़ोम सीक्वेंस को शामिल नहीं किया गया था इससे बहुत सारी जानकारी मिल नहीं सकी थी. अब शोधकर्ताओं ने नर प्लैटिपस को शामिल कर नया मैप बनाया है और बहुत सटीक प्लैटिपस जीनोम बनाया है.

नेचर में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक प्लैटिपस के जीनोम उनके बारे में काफी जानकारी स्पष्ट कर सका है. इसके मुताबिक प्लैटिपस और कांटों वाले इचिड्ना दोनों के ही 5.7 करोड़ साल पहले एक पूर्वज हुआ करते थे. ये सभी स्तनपायी मोनोट्रेम्स की श्रेणी में आते हैं. जो मार्सूपियल्स और यूथेरियन स्तनपायी जीवों से18.7 करोड़ साल पहले अलग हुए थे.

शोधकर्ताओं ने इस प्लैटिपस के सेक्स क्रोमोज़ोम की खास पड़ताल की. उनमें 5X और 5Y क्रोमोज़ोम रिंग में होते हैं. दूसरे स्तनपायी जीवों के क्रोमोज़ोम से तुलना करने पर शोधकर्ताओं ने पाया कि उनके क्रोमोज़ोम की समानता पक्षियों से ज्यादा है स्तनपायी जीवों से कम है. इसी लिए पक्षियों की तरह अंडे देते हैं. लेकिन उनके जीन्स में दूध देने वाले जीन्स भी पाए गए

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