विरोधियों पर जमकर गरजे उद्धव ठाकरे, कहा- ED, CBI का डर किसे दिखाते हो? मैं नामर्द नहीं…पीछे पड़ जाऊंगा

महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी की महागठबंधन सरकार (महाविकास अघाड़ी गठबंधन) ने एक साल पूरे कर लिए। अपनी सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विरोधियों पर जमकर हमला बोला। शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे मजबूर मत करो कि मैं पीछे पड़ जाऊं। उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई का डर किसे दिखाते हो, मैं शांत हूं इसका मतलब मैं नामर्द नहीं हूं। अगर ज्यादा मजबूर करोगे तो हाथ धोकर पीछे पड़ जाऊंगा। ठाकरे का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब ईडी शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक पर शिकंजा कसने की तैयारी में है।

महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर सामना के एग्जीक्युटिव एडिटर संजय राउत से खास बातचीत में उद्धव ठाकरे ने विरोधियों पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय एजेंसियों का पूरे देश में दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मैं शांत हूं इसका मतलब यह नहीं कि मैं नामर्द हूं। इस प्रकार से हमारे लोगों के परिजनों पर हमले शुरू हैं। ये तरीका महाराष्ट्र का नहीं है। एक संस्कृति है। हिंदुत्ववादी मतलब एक संस्कृति है। उन्होंने कहा कि अगर वे हमारे परिवारों और बच्चों पर हमले कर रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि उनके भी परिवार और बच्चे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे कोई धुले हुए चावल नहीं हैं, अगर हमने तय कर लिया तो हम उनकी ‘खिचड़ी’ भी बनाना जानते हैं।

उद्धव ठाकरे ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि तुम सीबीआई का दुरुपयोग करने लगे तब ऐसी नकेल लगानी ही पड़ती है। ईडी ही क्या, सीबीआई क्या, उस पर राज्य का अधिकार नहीं है? हम देते हैं नाम, हमारे पास हैं नाम। माल-मसाला तैयार है। पूरी तरह से तैयार है। लेकिन बदले की भावना रखनी है क्या? फिर जनता हमसे क्या अपेक्षा रखेगी। बदले की भावना से ही काम करना है तो तुम एक बताओ, हम दस बताएंगे।

संजय राउत ने सवाल किया कि ईडी जैसी संस्था, जिस केंद्र सरकार के हाथ में है, उस संस्था का इस्तेमाल महाविकास आघाड़ी के विधायकों पर छापा मारकर दहशत एवं दमन किया जा रहा है। ताकि विधायक घुटने टेक दें, इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे जब चुनौती मिलती है तो ज्यादा स्फूर्ति आती है। एक बात कुछ लोग भूल जाते हैं कि आप ने जो कहा वो चमत्कार इस महाराष्ट्र की मिट्टी में है। महाराष्ट्र पर कई संकट आए, विपत्तियां आर्इं। अच्छे-अच्छे हमलावर आए लेकिन क्या हुआ? महाराष्ट्र ने मरी हुई मां का दूध नहीं पीया हुआ है, बाघ की संतान है। जो कोई भी महाराष्ट्र के आड़े आएगा या फिर दबाने की कोशिश करेगा तो क्या होगा। इसका इतिहास में उदाहरण दर्ज है।

सुशांत सिंह राजपूत मामले पर जिस तरह से घमासान हुआ उसे लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं उनकी तरफ करुणा भरी नजर से देखता हूं। क्योंकि जिन्हें लाश पर रखे मक्खन बेचने की जरूरत पड़ती है, वे राजनीति करने के लायक नहीं हैं। दुर्भाग्य से एक युवक की जान चली गई। उस गई हुई जान पर आप राजनीति करते हो? कितने निचले स्तर पर जाते हो? यह विकृति से भी गंदी राजनीति है। जिसे हम मर्द कहते हैं, वो मर्द की तरह लड़ता है। दुर्भाग्य से एक जान चली गई, उस पर अलाव जलाकर आप अपनी रोटियां सेंकते हो? यह आपकी औकात है?

लव जिहाद को लेकर भी उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी को घेरा और कहा कि राजनीति में भी लव जिहाद का कॉन्सेप्ट लागू क्यों नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि मुस्लिम लड़का, हिन्दु लड़की से शादी करता है तो वह इस शादी का विरोध करते हैं। फिर आपने महबूबा मुफ्ती के साथ गठबंधन क्यों किया? नीतीश कुमार? चंद्रबाबू नायडू? विभिन्न राजनीतिक विचारधारा वाली पार्टियों के साथ आपने गठबंधन किया है, क्या यह लव जिहाद नहीं है?

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ