कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर एक बार फिर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपनी सरकार बचाने के लिए उपचुनाव के दौरान ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की। साथ ही उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव कराने कि मांग की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘मैं नकारात्मक राजनीति नहीं करता। लेकिन पहली बार मुझे लगा कि भाजपा ने बिहार और मध्य प्रदेश में इवीएम का दुरुपयोग किया। मध्य प्रदेश में लोग कांग्रेस और बिहार में तेजस्वी यादव के साथ थे।’
सज्जन सिंह वर्मा ने बैलेट पेपर से चुनाव करने कि मांग करते हुए कहा कि अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस जैसे विकसित देशों ने ईवीएम का उपयोग करना बंद कर दिया है। हम ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं? जबकि राजनीतिक दल और राजनेता इसकी मांग कर रहे हैं। जिस दिन बैलेट पेपर से चुनाव होंगे, भाजपा को अपनी जगह पता चल जाएगR। ‘इवीएम के कुछ जादूगरों’ ने चुनाव के दौरान हमसे संपर्क किया था। उन्होंने सभी 28 सीटों पर हमें जीत दिलाने की पेशकश की। लेकिन हम, गांधीजी की पार्टी से होने के नाते, लोगों को धोखा देकर या बल प्रयोग करके सत्ता हथियाना नहीं चाहते।
सज्जन सिंह वर्मा ने आगे भाजपा पर आरोप लगाया कि इन्होंने इन ‘इवीएम के जादूगरों’ का ऑफर स्वीकार कर लिया। उन्होंने आगे कहा, ‘लोग पूछते हैं कि कांग्रेस के नौ उम्मीदवार कैसे जीते? यह तय था। भाजपा इमरती देवी और ऐदल सिंह कंसाना जैसे उन लोगों को हराना चाहती थी जो उनके लिए समस्या बन सकते हैं।
बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव की रैलियों में भारी भीड़ बताती है कि चुनाव में ‘महागठबंधन’ की लहर थी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत पक्की थी। उन्होंने कहा, ‘हम अपने चुनाव अभियान के दौरान अलग-अलग स्थानों पर जाते थे। मध्यप्रदेश का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं था जहां मैं न गया हूं। लोग पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी के समर्थन में थे। भाजपा ने इवीएम में गड़बड़ी कर चुनाव जीता।