देश भर के सिनेमा हॉल को खोलने की इजाजत केंद्र सरकार की तरफ से एक अक्टूबर को ही मिल गई थी। लेकिन इसके बावजूद देश के कुछ राज्यों में सिनेमा हॉल पहले की तरह बंद ही थे। जिसमे महाराष्ट्र भी शामिल थी। हालांकि अब खुद महाराष्ट्र सरकार ने सिनेमा हॉल को खोलने की अनुमति दे दी है। इसके अलावा महाराष्ट सरकार ने कुछ जरूरी गाइडलाइन्स जारी की है जिसका हर किसी को सख्ती से पालन करना होगा। महाराष्ट्र में सिनेमा हॉल को खुलना हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक अच्छा संकेत है। हालांकि अब ऐसे में दर्शकों को सिनेमा हॉल तक खीचने के लिए इस वक्त सिनेमा हॉल के मालिक अपनी अपनी तरकीब अपना रहे है।
महाराष्ट्र सरकार ने सिनेमा हॉल को खोलने की इजाजत तो दे दी है लेकिन कंटेनमेंट ज़ोन में सिनेमाघरों की तालाबंदी जारी रहेगी। सिनेमा हॉल को 50 फीसदी क्षमता के साथ ही खोले जाएं, यानी किसी सिनेमाघर में जितनी सीटें हैं, उसका 50 फीसदी ही दर्शक बुलाए जाएंगे। इसके अलावा खाघ सामग्री को ले जाने की इजाजत सिनेमा हॉल के अंदर नहीं है। इसी के साथ ये भी कयास लगाए जा रहे है कि आने वाले दिनों में कई फिल्में रिलीज होने वाली है।
जिसमे मुंबई टेरीटरी में सिनेमा हॉल के खुलने से फिल्म निर्माण कंपनियों और निर्माता दिवाली पर फिल्मों की रिलीज का मना बना सकते है। जिसमे बॉलीवुड के अभिनेता मनोज बाजपेयी की फिल्म सूरप पर मंगल भारी शामिल हो सकती है लेकिन इसकी रिलीज को लेकर संशय बरकरार है।
सूरज पे मंगल भारी (दिवाली रिलीज़)
बाहुबली- द बिगिनिंग (दोबारा रिलीज़)
बाहुबली 2- द कन्क्लूज़न (दोबारा रिलीज़)
वॉर विद ग्रैंड-पा (दिवाली रिलीज़)
सिर्फ इतना ही नहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कई जगहों पर सिनेमा हॉल तक दर्शकों को खीचने के लिए पुरानी फिल्मों को रिलीज करने की योजना कई मेकर्स बना रहे है। ये विदेशों में भी हो रहा है।