भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में नए चेहरों पर दांव लगाने के साथ जनसहानुभूति बटोरने का भी प्रयास किया है। प्रदेश की सात में से छह विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को घोषित प्रत्याशियों में से दो क्षेत्रों में दिवंगत पूर्व विधायकों की पत्नियों को टिकट देने के साथ अन्य स्थानों पर भी समर्पित कार्यकर्ताओं को ही मैदान में उतारा गया है। अमरोहा जिले की नौगवां सादात सीट से कैबिनेट मंत्री रहे चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान व बुलंदशहर सदर से मुख्य सचेतक रहे वीरेंद्र सिरोही की पत्नी ऊषा सिरोही को उम्मीदवार बनाया गया है।
जातीय समीकरण पर नजर डालें तो अन्य पिछड़ों व अनुसूचित वर्ग में गैर जाटव को तरजीह दी गई है। वहीं विवादित नामों से भी बचने की कोशिश है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व संगठन महामंत्री सुनील बंसल द्वारा गत एक माह से उम्मीदवार तय करने के लिए मशक्कत की जा रही थी। महामंत्री व उपाध्यक्षों को क्षेत्र में भेजकर स्थानीय कार्यकर्ताओं को मन भी टटोला गया था, जिसके आधार पर ही उम्मीदवारों की संतुलित सूची तैयार की गई। दागियों से बचने के लिए दुष्कर्म के आरोप में आजीवन सजा काट रहे उन्नाव जिले के बांगरमऊ से पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर से दूरी बनाए रखी गई। उनके परिवारीजन भी टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकांत कटियार को प्रत्याशी तय किया।
फीरोजाबाद की टूंडला सुरक्षित सीट से सांसद प्रो.एसपी बघेल की पुत्री सलोनी बघेल टिकट मांग रही थीं, लेकिन नेतृत्व ने पूर्व क्षेत्रीय मंत्री व जिला उपाध्यक्ष प्रेमपाल धनगर को उम्मीदवार बनाकर पुराने कार्यकर्ता को आगे किया है। इसी तरह कानपुर की घाटमपुर सुरक्षित सीट पर दिवंगत पूर्व मंत्री कमल रानी के परिवारीजन के बजाए अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र पासवान को टिकट दिया गया है। जौनपुर की मल्हनी सीट पर छात्र नेता रहे मनोज सिंह को प्रत्याशी बनाया है। पूर्व विधायक जनमेजय सिंह के निधन से रिक्त हुई सीट देवरिया पर अभी उम्मीदवार तय नहीं हो सका है।
- ये होंगे भाजपा उम्मीदवार
- टूंडला (फीरोजाबाद) : प्रेमपाल धनगर
- बांगरमऊ (उन्नाव) : श्रीकांत कटियार
- बुलंदशहर सदर : ऊषा सिरोही
- घाटमपुर (कानपुर) : उपेंद्र पासवान
- नौगवां सादात (अमरोहा) : संगीता चौहान
- मल्हनी (जौनपुर) : मनोज सिंह
- देवरिया : अभी घोषित नहीं