बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के विरोध में महागठबंधन वाले जोर-शोर से तैयारियों में जुटे

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के विरोध में महागठबंधन वाले जोर-शोर से तैयारियों में जुटे हैं। ऐसे ही समय में एनसीपी ने भाजपा को हराने की मंशा जाहिर करते हुए महागठबंधन में जुड़ने के संकेत दिए हैं। इस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के.के. शर्मा ने कहा कि, हमें सम्मानजनक सीटें मिलीं तो महागठबंधन की जीत की राह आसान कर देंगे।’

राकांपा महासचिव ने कहा कि, ”यदि महागठबंधन में 10 से 15 सीटें मिलें तो बेहतर होगा। अन्यथा हमारी पार्टी 145 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। हम चाहते हैं सभी सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी जीतें। हमारी मदद ली गई तो उम्मीदवारों को जिताने का काम करेंगे।’ इस मौके पर के.के. शर्मा ने बिहार सरकार के 15 साल के शासन को लेकर जमकर निशाने साधे।

महाराष्ट्र में सत्ता में है एनसीपी

एनसीपी का फुलफॉर्म राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है। जिसे हिंदी में राकांपा कहा जाता है। यह पार्टी अभी महाराष्ट्र की सत्ता में शिवसेना और कांग्रेस के साथ जुड़ी हुई है। शरद पवार इसके प्रमुख नेता हैं। उनका संबंधी अजित पवार भी इसी पार्टी का नेता है। इस पार्टी की स्थापना 1999 में शरद पवार, पी.ए. संगमा तथा तारिक अनवर द्वारा हुई थी।नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की स्थापना के पीछे की वजह यह थी कि, मुख्य कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष विदेशी मूल की सोनिया गांधी बना दी गई थीं। यह बात शरद पवार को नागवार गुजरी थी, विरोध करने पर उन्हें कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।