चालाक चीन अब भारत के निशाने पर आ गया है। एलएसी पार से चीन जिस तरह से चालें चल रहा था, उसी चाल पर भारत ने जोरदार चाबुक चला दिया है और चाबुक भी ऐसा कि चीन अब चाहकर भी कुछ बोल नहीं पा रहा है। जैसे ही चीन ने एलएसी पर मिसाइल और हथियारों के जखीरे को जमा करना शुरू किया, वैसे ही भारत ने उसके सात सबसे अहम एयरबेस को टारगेट पर ले लिया है।
टारगेट पर चीनी एयरबेस
होटन एयरबेस
काशगर एयरबेस
गुनसा एयरबेस
होप्पिंग एयरबेस
कोंका जोंग एयरबेस
लिंजी एयरबेस
पंगट एयरबेस
ये सारे वो चीनी एयरबेस है, जहां से चीन चालें चलता है। चीन की एयर फोर्स ने हाल ही में इनमें से कुछ एयरबेसों को अपग्रेड किया है। इन्हीं एयरबेस के दम पर चीन चाहता है कि भारत को निशाने पर रखे, लेकिन इस बार सारा मामला ही उल्टा पड़ गया है और खुद चीनी एयरबेस ही भारत के निशाने पर आ गए हैं।
चीन ने लद्दाख सेक्टर के उस तरफ लड़ाकू विमान तैनात किए हैं।
LAC के उस पार J-20 फाइटर प्लेन भी तैनात कर दिए हैं।
परमाणु से लैस H-6 बॉम्बर को भी चीन ने तैनात कर दिए हैं।
चीन की यही सारी चालाकी बहुत भारी पड़ने वाली है, क्योंकि इस बार जैसे ही चीन ने बॉर्डर से थोड़ी सी हरकतें की वैसे ही भारत ने ऐसा पलटवार किया है कि चीन हक्का-बक्का हो गया है। चाहकर भी चीन नहीं चाहता है कि अब वो कोई ऐसी गलती करे जबकि उसके सात सबसे अहम एयरबेस भारत के निशाने पर आ जाएं। ऊपर से चीन को इस बात की भनक भी है कि जो उसके सबसे बड़े एयरबेस हैं, वो भारत की जद से बहुत बाहर भी नहीं हैं।