LAC पर भारत और चीन के बीच संघर्ष खत्म करने के लिए बातचीत जारी है। एक तरफ भारत, चीन के साथ संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाने की कोशिश कर रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ वो अपनी चालाकियों से बाज नहीं आ रहा है। चीन के मंत्री गुपचुप तरीक़े से एलएसी के पास तिब्बत के दौरे में जुट गए है।
डोकलाम विवाद के बाद चीन ने उन इलाकों में काम तेज कर दिया है, जहां तक उसे सीमित किया गया था। तोरसा नाले के आगे चीन को सड़क बनाने से रोका गया था, लेकिन मौजूदा विवाद के दौरान ही चीन ने डोकलाम में भी अपनी तैयारियों को बढ़ाया है।
तोरसा नाला के अब उस इलाके में भी चीन अपने डिफेंस को पक्का कर रहा है। खुफिया रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि चीन ने 20 जून से 6 जुलाई के बीच नॉर्थ डोकलाम में सिंच-ला दर्रा और तोरसा नाला के क़रीब ट्राई जंक्शन के पास एक दीवार का निर्माण किया है। साथ ही सिंच ला दर्रे के दक्षिण पूर्व में एक किलोमीटर पर एक इमारत को भी तैयार किया है।
भारतीय सेना पर नजर रखने के लिए इन इलाकों में पहाड़ों की चोटियों पर इलेक्ट्रिक खंभे देखे गए है। साथ ही सिंच ला दर्रे के पश्चिम में पैदल चलने वाले कई रास्तों को भी अपग्रेड किया है। इसके साथ चीन ने डोकलाम में अपना सर्विलांस सिस्टम मजबूत किया है। डोकलाम में चीन ने भारतीय सेना पर निगरानी रखने के लिए दो खास सर्विलांस सिस्टम लगाए हैं।
साथ ही सिंच-ला दर्रे के करीब हाई रेजुलेशन-कैमरा भी लगाया है, ताकि वो इस पूरे इलाके में भारतीय सेना की मूवमेंट को भी मॉनिटर कर सकें। चीन कोई गहरी चाल खेलने की तैयारी में इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि LAC के पास चीन के मंत्री लगातार दौरे कर रहे हैं।