कोरोना वैश्विक महामारी के कारण आगामी दिनों में पड़ने वाले त्योहारों जैसे कजरीतीज, मोहर्रम तथा गणेश उत्सव के दौरान सामूहिक पूजा अथवा कार्यक्रमों पर पूरी तरह प्रतिबन्ध रहेगा। गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय हुआ कि शासन के निर्देशों के क्रम में कहीं भी सामूहिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति नहीं होगी।
आगामी 21 अगस्त को पड़ रही कजरीतीज के दौरान जिले के दो प्रमुख शिवालयों नगर क्षेत्र अन्तर्गत दुःखहरण नाथ मन्दिर तथा खरगूपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत पौराणिक पृथ्वीनाथ मन्दिर के कपाट बन्द रहेगें तथा दोनों मन्दिरों में कोरोना से बचाव के दृष्टिगत कजरीतीज के दिन जलाभिषेक नहीं होगा। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को इसके लिए अभी से तैयारी करने तथा आदेश का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने एवं दोनों मन्दिरों के प्रमुख पुजारियों से अपील जारी करने को कहा है।
बताते चलें कि आगामी दिनों में पड़ने वाले त्योहारों को लेकर शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं जिसके अनुसार कजरीतीज, गणेश चतुर्थी एवं मोहर्रम जो कि विभिन्न तिथियों में आयोजित होंगे, को कोविड -19 की गाइडलाइन्स का पालन करते हुए सादगी से मनाया जाएगा। इन त्योहारों पर कोई भी जुलूस, झाँकी नहीं निकाली जाएगी एवं किसी भी दशा में भीड़ एकत्रित होने पर प्रतिबन्ध रहेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के रोकथाम हेतु निर्देश निर्गत किये गए हैं जिसका कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। गणेश चतुर्थी के मौके पर कोई भी पूजा-पंडाल में कोई भी मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी और न ही कोई शोभा यात्रा की अनुमति ही होगी। उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं को प्रेरित किया जाए कि त्योहार को अपने-अपने घरों पर ही मनायें। इसी प्रकार मोहर्रम के अवसर पर किसी प्रकार के जुलूस, ताजिया आदि की अनुमति कतई नहीं होगी। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों व पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में धर्म-गुरूओं से संवाद स्थापित कर कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें ।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि ऐसे समस्त कार्यक्रमों की पीस कमेटी की मीटिंग कराते हुए सामाजिक एवं धर्म-गुरूओं से व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग लिया जाए। संवेदनशील एवं कन्टेनमेन्ट जोन में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जाय व किसी भी धार्मिक स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्र न होने पाए. उन्होंने कहा कि त्योहारों पर सार्वजनिक स्थल जैसे बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और संवेदनशील स्थान, धार्मिक स्थल पर आवश्यकतानुसार व्यवस्थाओं की चेकिंग कराई जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि आकस्मिकता के दृष्टिगत सभी सरकारी अस्पतालों को तैयारी हालत में रखा जाए एवं डॉक्टर तथा पैरा-मेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी राउण्ड द क्लॉक लगायी जाए।
पुलिस अधीक्षक आर0के0 नैयर ने कहा कि आसामाजिक तत्वों एवं अफवाह फैलाने वालों पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा सोशल मीडिया की राउण्ड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जाए एवं कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट संज्ञान में आते ही तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाए।
वहीं दुःखहरण नाथ मन्दिर व बाबा पृथ्वीनाथ मन्दिर के प्रमुख पुजारियों ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना महामारी के कारण मन्दिरों के कपाट कजरीतीज के अवसर पर पूरी तरह से बन्द रहेगें तथा जलाभिषेक नहीं होगा। उन्होेंने शिवभक्तों से अपील की है कि वे लोग कोविड-19 से बचाव के दृष्टिगत अपने-अपने घरों पर ही शिवाराधना करें तथा सुरक्षित रहें।
बैठक में अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह, सीआरओ आर0आर0 प्रजापति, अपर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट वन्दना त्रिवेदी, एसडीएम सदर वीर बहादुर यादव, करनैलगंज ज्ञानचन्द्र गुप्ता, सीओ सदर लक्ष्मीकान्त गौतम, सीओ करनैलगंज कृपाशंकर कनौजिया, अपर उपजिलाधिकारी महेन्द्र सिंह व कुलदीप सिंह, ईओ नगर पालिका विकास सेन, कोतवाल नगर आलोक राव, करनैलगंज राजनाथ सिंह, एलआईयू इन्सपेक्टर पवन गुप्ता, एलबीएस के प्रोफेसर डा0 आर0बी0 सिंह बघेल तथा दुःखहरण नाथ मन्दिर के प्रमुख पुजारी रूद्र नारायण गिरि व पृथ्वीनाथ मन्दिर के प्रमुख पुजारी जगदम्बा प्रसाद तिवारी तथा न्याय सहायक सी0पी0 मिश्रा उपस्थित रहे।