कोरबा: व्यवसाइयों में भारी आक्रोश, दुकान खोलने व लॉक डाउन में छूट मिलने को लेकर कलेक्टर से लगाएंगे गुहार, मांग पूरी न होने पर असहयोग आंदोलन की तैयारी

कोरबा। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा 6 अगस्त तक किये गए लॉकडाउन की घोषणा के बाद व्यवसाइयों एवं माध्यम वर्गीय लोगों

में प्रशासन के प्रति आक्रोश दिखने लगा है। वहीं राज्य सरकार ने लॉकडाउन की अवधि में अपने जिलों में निर्णय का अधिकार भी दिया है। लेकिन जिन जिलों में सामान्य तौर पर कोरोना के मरीज नहीं मिल रहे है ऐसे जिलों में छूट दी जा रही है। शुरआती दौर में कटघोरा को छोड़ दे तो कोरबा में भी कमोबेस यही स्थित है की आज दिनांक तक जितने भी कोरोना के मरीज सामने आये हैं, वे सभी कोरेन्टाइन सेंटर से आये हैं। लेकिन कोरबा कलेक्टर ने केवल सुबह 6 बजे से 10 बजे तक ही आवश्यक चीजों की दुकानों को खोलने की अनुमती दी है। इस आदेश का व्यवसायी विरोध कर रहे हैं।

इसके पूर्व चेंबर ऑफ़ कॉमर्स ने कलेक्टर से मिलकर समय परिवर्तन एवं सभी दुकानों को एक निर्धरित अवधि में खोलने की मांग की थी। लेकिन कलेक्टर कोरबा ने उस मांग को ख़ारिज कर दिया था। अब व्यवसायीयों का गुस्सा चरम पर है। आज चेंबर भवन में आयोजित बैठक में 200 से ज्यादा व्यवसाइयों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सभी ने एक मत निर्णय लिया है की अगर समय परिवर्तन नहीं किया जाता है तो कोरबा के व्यवसायी असहयोग आंदोलन करेंगे।

इन संस्थाओ का मिला समर्थन

चेंबर की बैठक कोरबा जिले के लगभग सभी व्यवसाई संघो ने अपनी सहभागिता निभाई है। जिसमे दर्री रोड व्यवसाई संघ, पेट्रोल डीजल एशोसिएशन, इतवारी बाज़ार व्यवसाई संघ, ट्रांसपोटर नगर व्यवसाई संघ, जनरल गुड्स एशोसिएशन, डिस्ट्रीब्यूटर्स एशोसिएशन सब्जी बाज़ार व्यवसाई संघ, चेंबर ऑफ़ कॉमर्स बालको, कोसा बड़ी व्यवसाई संघ एवं कपडा बाज़ार व्यवसाई संघ ने अपना समर्थन देने का एलान किया है।

असहयोग आंदोलन की रूप रेखा

उपरोक्त संस्थाओ ने अपना समर्थन देते हुए यह घोषणा की है कि अगर प्रशासन व्यवसाइयों को विश्वास में लिए बगैर समय सारिणी तय करता है या वर्तमान समय को बढ़ा आदेश जारी नहीं करता है, तो आवश्यक सेवाओं की सभी दुकाने भी बंद रखी जाएंगी। निश्चित ही इस फैसले पर अगर अमल किया जाता है तो कोरबा में स्थिति भयावह हो सकती है।

निगम से परेशान व्यवसाइयों का दर्द भी छलका

इस बीच नगर पालिक निगम के कारिंदो से व्यवसाइयों में भरी आक्रोश देखने को मिल रहा है। आयुक्त के आदेशानुसार अपना टारगेट पूरा करने के चक्कर में नगर निगम का अमला व्यवसाइयों को धड़ाधड़ जुरमाना तो कर ही रहा है, वहीं कई दुकानदारों से बदसुलूकी की बह शिकायतें आ रही है।

चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल के शहर से बाहर होने के कारण बैठक वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र तिवारी, महामंत्री मो यूनुस एवं खजांची राहुल अग्रवाल की उपस्थिति में संपन्न हुआ।(ज़िला संवाददाता उत्सव यादव कोरबा छत्तीसगढ़)