बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता सरकार के बीच टकराव एक बार फिर बढ़ गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्यपाल की शिकायत करते हुए कहा था कि संवैधानिक पदों पर बैठे कुछ लोग सहयोग करने की बजाय सिर्फ राज्य सरकार को परेशान कर रहे हैं। इन आरोपों का मंगलवार को राज्यपाल धनखड़ ने जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के इस कदम से मैं हैरान व दुखी हूं।
उन्होंने कहा कि मैं इस तरह के निराधार आरोपों और असंसदीय आचरण का कड़ा प्रतिवाद करता हूं। राज्यपाल ने कहा कि मैंने हमेशा संवैधानिक नियमों का पूरा पालन किया है और जो भी सुझाव या निर्देश राज्य सरकार को दिए हैं वह यहां की जनता की भलाई के लिए है। लेकिन हमारे सुझावों की राज्य सरकार ने हमेशा अवहेलना की है। राज्यपाल ने ट्विटर के जरिए ममता पर निशाना साधने के साथ उन्हें दो पन्ने का पत्र भी लिखा।
धनखड़ ने ट्वीट करके यह भी आरोप लगाया कि राज्य में शासन पुलिस चला रहा है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा, विभिन्न इनपुट से संकेत मिलता है कि राज्य में शासन पुलिस द्वारा संचालित है, यह बहुत ही चिंताजनक परिदृश्य है। राज्यपाल ने राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारियों की संपत्ति को लेकर भी सवाल उठाए और इसकी जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब इन पुलिस अधिकारियों की संपत्ति का हिसाब लिया जाए। हिसाब लेने से ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। अंत में राज्यपाल ने कहा कि संविधान के अनुसार मेरा सहयोग राज्य सरकार को मिलता रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि पुरानी बातों को छोड़कर आएं हम दोनों मिलकर राज्य के लोगों की भलाई के लिए काम करें।