कोरबा :- राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई रोका-छेका योजना ग्राम पंचायतों में नगर पालिका परिषद के लिए मुसीबत बन गई है। संकल्प पत्र भरने के बावजूद पशु पालक नहीं सुधरे। नगर पालिका परिषद ने कार्रवाई शुरू की तो मवेशियों को रखने की दिक्कत आ रही है। ऐसे में कार्रवाई करके मवेशियों को पकड़ो और छोड़ो वाली स्थिति बनती जा रही है।
राज्य शासन ने पशुओं की व्यवस्थित देखभाल, फसलों को बचाने और दुर्घटना में कमी लाने के लिए रोका-छेका योजना शुरू की है। एनएच कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग सड़कों पर हजारे गाय बैठे मिलती हैं जिसके कारण रोजाना एक्सीडेंट से गायों की मृत्यु हो रही है आज ऐसे ही वाक्य कटघोरा मीरा टॉकीज के पास अज्ञात ट्रक ने 5 गाय को अपने चपेट में ले 5 गाय की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है छत्तीसगढ़ शासन पशु पालकों से संकल्प पत्र भराने और सड़क पर बैठे मवेशियों को कांजी हाउस में लेकिन कटघोरा में इसकी व्यवस्था नहीं है जिसके कारण क्षेत्र में इस प्रकार की घटना रोजाना देखने को मिल रहा है