उत्तर प्रदेश के1995 में जन्मे अविनाश कुमार मौर्य “मूर्तिकार” मिर्जापुर जनपद के ग्राम- सोनबरसा खुर्द, पोस्ट- फटीहटा ,तहसील – चुनार के निवासी हैं. जो की मध्य-प्रदेश ग्वालियर से बी.एफ. ए. मूर्तिकला से मध्य -प्रदेश में पांचवा स्थान तथा मास्टर डिग्री एम. एफ. ए. में मध्य- प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर मूर्ति कला के क्षेत्र में स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) से नवाजे जा चुके हैंl उनका कहना है की कर्म ही पूजा , भाग्य उसका पूरक ,आचरण स्वाभिमान, धर्म हमारा रक्षक, आत्म बल हमारा साथी और कला ही जीवन है l आजकल अविनाश कुमार मौर्य रजिस्टर्ड 030 16 “मौर्य मूर्ति कला केंद्र” का निर्माण कर लाल बलुआ पत्थर (सेंड स्टोन) में अपने प्रतिभा को प्रदर्शित कर रहे हैं l वे अशोक स्तंभ डिजाइन दार का निर्माण कार्य करने में माहिर हैं l अभी वर्तमान में उनके द्वारा एक अशोक स्तंभ चंदौली जिला के बसंतपुर ग्राम में बनाया जा रहा है l
आपको बता दें की अविनाश द्वारा संगठित मौर्य मूर्ति कला केंद्र सोनबर्षा खुर्द से 4 कि.मी.दूर भगवती देई ग्राम में पहाड़ियों के बीच सिद्धिविनायक क्रेशर प्लांट के प्रांगण में उपस्थित है l जहां पर अशोक स्तंभ, तथागत भगवान बुद्ध की प्रतिमा , स्तूप , गिरिल डिजाइनदार पिलर तथा लाल बलुआ पत्थर से बनने वाले हर प्रकार की वस्तु का प्रारूप बहुत आसानी से प्राप्त किया जा सकता हैl तथा फाइबर की मूर्तियां अब आसानी से प्राप्त की जा सकती हैं l