हरदोई: कोविड-19 संक्रामक बीमारी से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है लाकडाउन की स्थिति बनी हुई है. हर हफ्ते 2 दिन का लॉक डाउन घोषित किया गया है. लेकिन लाकडाउन के बावजूद भी हरदोई में कोरोना अपना विकराल रूप धारण करता जा रहा है. जिसको रोकना सरकार व प्रशासन के बस में दिखाई नहीं दे रहा है. सरकार के द्वारा लॉकडाउन के नियमों का पालन ठीक से नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते दिनों दिन के मरीज बढ़ रहे हैं. सरकारी अध्यापकों का डाटा फीडिंग के दौरान एक अध्यापक का कोरोना पॉजिटिव पाया जाना शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. जिस को ध्यान में रखते हुए 13 जुलाई को 10:00 बजे हरपालपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 25 अध्यापकों को कोरोना संदिग्ध होने के लिए जांच हेतु बुलाया गया. जिसमें सभी के जांच के लिए सैंपल जिला अस्पताल भेज दिए गए हैं. यह 25 संदिग्ध अध्यापक कोरोना पॉजिटिव अध्यापक के डाटा फीडिंग के दौरान संपर्क में आए थे . सभी को रिपोर्ट आने का इंतजार है. ग्रामीण जनता की मांने तो सरकार के द्वारा दो या 3 दिन के लॉक डाउन घोषित करने से कोई फायदा नहीं है. साप्ताहिक बाजार में आदमी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करता है. भीड़ भाड़ होने से मरीज दिनों दिन बढ़ रहे हैं . इसको रोकने के लिए जनता प्रशासन का साथ नहीं दे रही है. कोरोना मरीज बढ़ने का मुख्य कारण जनता के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना है. आखिर संक्रामक बीमारी से ग्रामीण जनता कब जागरूक होगी?