कोरबा: ननकीराम के पत्र बम के बाद कलेक्टर किरण कौशल ने गठित की जांच समिति…7 दिन में प्रस्तुत करेगी रिपोर्ट

कोरबा: कोरबा खनिज संस्थान मद (DMF) को लेकर जहां एक ओर शहर की राजनीतिक गरमाई हुई है, वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की शिकायत पर कोरबा कलेक्टर किरण कौशल ने टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं.

पिछले दिनों रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने कोरबा कलेक्टर को पत्र लिखकर करतला एवं पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत खनिज न्यास संस्थान मद DMF से स्वीकृत एलईडी स्ट्रीट लाइट कार्यों में अनियमितता की शिकायत करते हुए आपत्ति दर्ज की थी. जिसमें ग्राम पंचायतों को कार्य एजेंसी बनाया गया था लेकिन पंचायतों द्वारा काम परोक्ष रूप से ठेकेदारों को दे दिया गया। बात यहीं खत्म नहीं हुई बिना काम कराए ठेकेदार को 40 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान भी कर दिया गया. पंचायतों द्वारा ना तो भंडार क्रय नियम का पालन किया गया, ना ही निविदाओं का प्रकाशन कर टेंडर की प्रक्रिया की गई. पूरे मामले में उल्लेखनीय है कि अग्रिम भुगतान प्राप्त करने के बाद भी आज पर्यंत तक ठेकेदार द्वारा ना तो पंचायतों में सामग्री की आपूर्ति की गई और ना ही कार्य प्रारंभ किया गया. पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की शिकायत के बाद अनियमितता उजागर होने पर कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने 4 सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के निर्देश दिए हैं. गठित टीम में जिला पंचायत, खनिज विभाग लोक निर्माण विभाग एवं सांख्यिकी विभाग के एक-एक सदस्य को सम्मिलित कर जांच का जिम्मा सौंपा गया है.

पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर के तेवर डीएमए घोटाले को लेकर पूर्ववत हैं उन्होंने जांच टीम के सदस्यों से अपेक्षा की है कि, वे बिना लाग- लपेट किए निष्पक्ष एवं निर्भीक जांच संपादित करेंगे. लॉकडाउन पीरियड में राशि जारी करने परोक्ष रूप से कार्य ठेके में दिए जाने भंडार क्रय नियम का पालन नहीं होने और किसके दबाव का प्रभाव में एक ही ठेकेदार को सभी जगह का काम आवंटित किया गया ठेकेदार से राशि की वसूली जैसे विषयों पर तथ्यात्मक जांच संपादित किए जाने की अपेक्षा की है. उन्होंने जिला प्रशासन से ठेकेदार को भुगतान की गई राशि की वसूली एवं दोषी अधिकारियों एवं ठेकेदार के विरुद्ध एफ. आई. आर. दर्ज करने की बात भी कही है. बहरहाल इस जांच दल के गठन होने के बाद घोटालेबाज अधिकारी एवं ठेकेदार में हड़कंप मचा हुआ है. गठित जांच टीम के अध्यक्ष एवं जिला पंचायत की उपसंचालक भारद्वाज ने एक-दो दिन में तथ्यात्मक जांच संपादित किए जाने की बात कही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के संकेत दिए हैं.

(ज़िला संवाददाता उत्सव यादव कोरबा छत्तीसगढ़)