समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिला कार्यकर्ताओं से संवाद किया और स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) काशी की सांस्कृतिक गरिमा को नष्ट करने पर तुली है और काम धंधों व रोजगार को बंद किया जा रहा है। लोकतंत्र में जनता का इतना उत्पीड़न कभी नहीं हुआ। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये लोगों से संवाद किया। वाराणसी के किशन दीक्षित के साथ नाविक संघ के प्रदीप साहनी व पार्षद मिथलेश साहनी ने बताया कि विकास के नाम पर कमजोर लोगों को परेशान किया जा रहा है। नाविक संघ अध्यक्ष प्रदीप ने बताया कि चार माह से नाव चलना बंद है, इससे रोटी रोजी का संकट गंभीर हो गया है।
अखिलेश यादव ने बताया कि साड़ी खिलौने ढोलक, कैंची एवं अन्य उत्पाद बनाने का व्यवसाय आजमगढ़, मुबारकपुर, अकबरपुर, टाण्डा, बाराबंकी, मऊ, भदोही, अमरोहा तथा मेरठ में होता है। लेकिन लाॅकडाउन में पूरी व्यवस्था बिगड़ जाने से साड़ियां बिक नही रही है। भाजपा राज में बिजली का बिल बढ़कर आ रहा है जबकि समाजवादी सरकार में न्यूनतम निर्धारित रेट लिया जा रहा था। पुराना पेमेन्ट भी नहीं हो रहा है। पीतल नगरी मुरादाबाद का व्यवसाय भी ठप्प है।