राम मंदिर परिसर में 6 लेयर की सिक्योरिटी की गई है, SPG, CISF, स्पेशल कमांडो, CRPF, NSG और ATS ने अयोध्या में मोर्चा संभाल लिया है

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले ATS ने 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए संदिग्धों में एक राजस्थान सीकर निवासी धर्मवीर है, अपने दो साथियों के साथ अयोध्या जा रहा था। तीनों संदिग्ध सुक्खा दुनके, अर्श डल्ला गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं। अर्श डल्ला को भारत सरकार ने आतंकी घोषित किया है। इन तीनों व्यक्तियों से ATS पूछताछ कर रही है।
वहीं डीजी कानून व्यवस्था ने कहा कि चेकिंग अभियान के दौरान 3 संदिग्धों को पकड़ा गया है। अयोध्या से UP ATS ने पकड़ा है। संदिग्धों से पूछताछ चल रही है। तीनों किस मकसद से वहां पहुंचे थे और उनकी मंशा क्या थी इसका पता लगाया जा रहा है। अभी तक इनका किसी आतंकी संगठन से सम्बन्ध होने की बात सामने नहीं आई है। अयोध्या समेत पूरी यूपी में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में अब तक की सबसे बड़ी चाक चौबंद सुरक्षा की गई है। राम मंदिर परिसर में 6 लेयर की सिक्योरिटी की गई है। SPG, CISF, स्पेशल कमांडो, CRPF, NSG और ATS ने अयोध्या में मोर्चा संभाल लिया है। चप्पे-चप्पे पर कमांडो तैनात किए गए हैं। यूपी से लगी 570KM की सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। साथ ही सीमा भी सील कर दी गई है।
अयोध्या में एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाया गया है। 1 हजार CCTV का नेटवर्क तैयार किया गया है। अयोध्या में 11 हजार जवान तैनात हैं। साथ ही, काशी-मथुरा में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था 16 जनवरी से SPG ने अपने हाथ में ले ली है। खामियों को दूर करने के लिए अयोध्या पुलिस की मदद ली जा रही है। मंदिर परिसर की सुरक्षा में स्पेशल कमांडो, CRPF और NSG की कंपनियां तैनात की गईं हैं। यूपी ATS और रैपिड एक्शन फोर्स भी अयोध्या में मुस्तैद है।
अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा CISF को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने CISF के 250 जवानों और अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है।
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए अफगानिस्तान और पाकिस्तान के आतंकी समूह, नेपाल सीमा के जरिए उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर सकते हैं। अयोध्या के राम मंदिर पर हमले की साजिश कर सकते हैं।
इसके बाद नेपाल से लगती यूपी की करीब 570 किमी सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। नेपाल से लगते सीमावर्ती इलाकों में जितने भी कच्चे रास्ते, जो नेपाल की तरफ जाते हैं, वहां पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। एसएसबी के जवान 24 घंटे गश्त कर रहे हैं।
पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा मंदिर परिसर पर हमला करने की धमकी पहले भी आती रही है। इस तरह के हमलों की धमकी के पीछे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे आतंकी संगठनों का हाथ बताया जाता है।
ऐसे भी इनपुट मिले हैं कि 22 जनवरी से पहले अयोध्या और उसके आसपास सांप्रदायिक दंगा कराने का प्रयास किया जा सकता है। सुरक्षा को देखते हुए मंदिर परिसर में एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बीते साल एक व्यक्ति ने डार्क नेट का इस्तेमाल कर मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस ने उस व्यक्ति पकड़ा था। डार्क नेट और इंटरनेट के जरिए अपराध को अंजाम देने वाले तौर तरीकों पर भी नजर रखी जा रही है। अयोध्या में आने वाले हर शख्स का ब्योरा तैयार किया जा रहा है।
मंदिर का सुरक्षा घेरा 6 लेयर में है। सुरक्षा को 3 भागों में बांटा गया है। रेड जोन में मंदिर परिसर के अंदर वाला हिस्सा शामिल है। येलो जोन में आस-पास के वे सभी रास्ते शामिल किए गए हैं। जो मंदिर परिसर की तरफ जाते हैं। ग्रीन जोन का दायरा इससे कुछ ज्यादा रखा गया है। मंदिर परिसर में बमरोधी दस्ते की तैनाती की गई है। मंदिर में कुछ भी लाना वर्जित है।
मंदिर परिसर के ऊपर ड्रोन, हवाई जहाज या चॉपर, कोई भी नहीं गुजर सकेगा। एक ऐसा उपकरण भी राम मंदिर की सुरक्षा में लगाया गया है, जो दूर से ही ड्रोन या वैसी ही किसी वस्तु को मंदिर की तरफ आने से रोक देगा। इस उपकरण की ख़ासियत यह होगी कि इसकी मदद से कई किलोमीटर के दायरे में मंदिर की तरफ आती वस्तु का पता चल जाएगा। इतना ही नहीं, ये उपकरण उस वस्तु को मंदिर तक पहुंचने से पहले ही जाम कर देगा।
अब आपको लखनऊ होकर अयोध्या की तरफ जाने वाले रास्तों पर आज से लागू होने वाले डायवर्जन के बारे में भी बताते हैं…
अयोध्या की तरफ जाने वाले रास्तों पर 18 जनवरी यानी आज से डायवर्जन लागू करके भारी वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया है। 22 जनवरी को लखनऊ से अयोध्या तक जाने वाले मुख्य रास्तों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।
लखनऊ से अयोध्या जाने वाले प्रमुख तीन रास्तों में शहीद पथ, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और किसान पथ का इस्तेमाल होगा। इसमें से कानपुर रोड से शुरू होकर फैजाबाद रोड तक जाने वाले शहीद पथ और फिर कमता से बाराबंकी होते हुए अयोध्या जाने वाले हाईवे को विशेष रूप से ग्रीन कॉरिडोर के लिए तैयार किया जा रहा है।
साथ ही शहीद पथ से होते हुए चिनहट इंदिरा नहर बाराबंकी के रास्ते से अयोध्या जाया जा सकेगा। 22 जनवरी को किसी भी तरह का ट्रैफिक अयोध्या की तरफ बिना अनुमति या पास के नहीं जाने दिया जाएगा।
अब आपको काशी और मथुरा में जारी हुए अलर्ट के बारे में भी बताते हैं…
वाराणसी में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दुर्गा कुंड, तुलसी मानस मंदिर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां सादी वर्दी में जवान तैनात रखे गए हैं।
वहीं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन, बनारस स्टेशन, काशी स्टेशन समेत सभी स्टेशनों पर चौकसी बढ़ गई है। इसके अलावा घाटों समेत सार्वजनिक स्थलों पर सघन चेकिंग अभियानचलाया गया।
काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम, वरुणा जोन के डीसीपी अमित कुमार और गोमती जोन के डीसीपी प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में टीमें सुरक्षा अभियान में जुट गई हैं।
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कान्हा की नगरी में खास सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। यहां श्री कृष्ण जन्मभूमि पर 3 जोन में सुरक्षा व्यवस्था है, इसके अलावा फूट पेट्रोलिंग और गश्त भी बढ़ाई जा रही है। एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि खास सतर्कता रखी जाएगी, किसी भी स्थिति के लिए फोर्स मौजूद है।