छतरपुर में बुधवार को रेगुलेटर चालू कर गैस भट्टी में पाइप फिट करने के दौरान मिठाई दुकान के कारखाने में आग लग गई। इस दौरान 20 मिनट के भीतर 5 सिलेंडर फटने से तेज धमाके हुए। खास बात यह है कि दुकान के गेट के बाहर ही 50 से ज्यादा सिलेंडरों से भरी गाड़ी खड़ी थी। समय रहते लोगों ने उसे हटा दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
इस आग पर जल्द काबू न होने से धीरे-धीरे मिठाई दुकान के साथ आसपास की दुकानों में फैल गई। साथ ही एक-एक कर पांच गैस सिलेंडर फटने से पूरा शहर दहल गया। इस हादसे में अच्छी बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
छत्रसाल चौराहा स्थित कृष्णा गोटीराम स्वीट्स के देवेंद्र सैनी सहित दो कारीगर एक गैस भट्टी पर और दूसरी पर छन्नूलाल पाल अपने साथी कारीगर के साथ मिठाइयां बना रहे थे। इस दौरान स्वरूप गैस एजेंसी का कर्मचारी लोडर वाहन से गैस के दो भरे सिलेंडर लेकर कारखाने पहुंचा और उतार कर कारीगरों को दिए। इसके बाद गैस एजेंसी का कर्मचारी दुकान संचालक योगेश अग्रवाल से रुपए लेने चाला गया। इसी बीच दुकान के कर्मचारी देवेंद्र सैनी ने एक सिलेंडर में रेगुलेटर फिट करते हुए चालू किया और जलती गैस भट्टी के पास रखे दूसरे चूल्हे में फिट करने लगा। गैस का प्रेशर अधिक होने के कारण पाइप हाथ से फिसल गया और जलती हुई गैस भट्टी की ओर चला गया। जलती भट्टी पर गैस पड़ते ही आग की लपटें निकली और पास में रखे घी, तेल सहित प्लास्टिक सामग्री में आग लग गई।
दो गैस भटि्टयों पर काम कर रहे चार कारीगरों ने इसे बुझाने का प्रयास किया पर सफल नहीं हुए। इसके बाद गांधी आश्रम वाले रोड पर कार्य कर रहे चारों कारीगर सहित तीन अंदर की दुकान में लड्डू बना रहे कर्मचारी पीछे के गेट से भाग खड़े हुए। वहीं गैस एजेंसी का कर्मचारी और कृष्णा गोटीराम स्वीट्स संचालक योगेश अग्रवाल आगे के गेट से अपनी जान बचाकर भागे। कुछ समय तक तो इन लोगों ने दुकान में लगी आग पर काबू पाने का प्रयास किया, पर जब सफल नहीं हुए तो प्रतिष्ठान से दूर जाकर खड़े हो गए। इसी बीच पहला गैस सिलेंडर फटने का धमाका हुआ और धीरे-धीरे आसपास की दुकानों में आग फैलना शुरू हो गई।
पांचवें गैस सिलेंडर के फटने के बाद छतरपुर नगर पालिका की 4 फायर ब्रिगेड में से एक मौके पर पहुंची। इसका 5 मिनट में ही पानी खत्म हो गया। इस दौरान 20 मिनट तक पुलिस, प्रशासन और आम लोग आग पर काबू पाने की कोशिश करते रहे। 20 मिनट के बाद दोपहर 12 बजे गढ़ीमलहरा नगर परिषद की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और उसने आधे से अधिक आग पर काबू पा लिया। इसके बाद दूसरी फायर ब्रिगेड घटना स्थल पर पहुंची और पूरी तरह से आग को काबू में कर लिया।
आगजनी के दौरान डॉ ब्रजेंद्र दुबे के क्लीनिक पर कार्य करने वाली युवती बबली ऊपरी मंजिल पर फंस गई। डेंटल क्लीनिक पर डॉक्टर का इंतजार कर रहे 6 मरीज आग लगते ही वहां से निकल गए, पर यह युवती वहीं पर फंस गई। यह युवती अपनी जान बचाने के लिए पहली मंजिल से कूदने वाली थी, पर मौके पर मौजूद लोगों ने उसे सहारा देकर नीचे उतार लिया।
मिष्ठान दुकान में आग लगने के 15 मिनट बाद पहला सिलेंडर फटा, पर इसमें कम गैस होने से आवाज दूर तक नहीं गई। इसके दूसरा सिलेंडर फटा और जोरदार धमाका हुआ। बाद में तीसरा सिलेंडर फटा। इसी बीच आग दुकान के बाहर तक फैल गई। इसके बाद एक-एक कर कारखाने के बाहर गैस से भरे पड़े सिलेंडरों में 20 मिनट के अंदर दो धमाके और हुए। इन पांच सिलेंडरों में से दूसरे और आखिरी सिलेंडर का धमाका सबसे अधिक था। जिससे पूरा छत्रसाल चौराहा दहल गया। यह सभी धमाके सुबह साढ़े 11 बजे से 11 बजकर 50 मिनट तक हुए।
मिठाई दुकान की भट्टी से आग के दौरान स्वरूप गैस एजेंसी का वाहन सिलेंडरों से भरा बाहर खड़ा था। वाहन को देख लोगों ने उसे वहां से तुरंत जाने को कहा, पर वाहन का सेल्फ खराब होने के कारण जा नहीं पा रहा था। इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने वाहन को धक्का देकर स्टार्ट कराया और मौके से हटाया। यदि प्रत्यक्षदर्शी इस वाहन को धक्का देकर मौके से नहीं हटाया तो इस कॉम्प्लेक्स की दुकानों के साथ ही बीएसएनएल और डाक विभाग का कार्यालय चपेट में आ जाता।
अब हमारी खबरें यूट्यूब चैनल पर भी देखें । नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें ।