कराची पाकिस्तान के सिंध में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा बढ़ा दी है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि सिंध के मंदिरों की सुरक्षा के लिए 400 से ज्यादा हिंदू पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
पाकिस्तान में पिछले दिनों हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाएं बढ़ी है। महज 48 घंटे के दौरान पाक में दो मंदिरों को हमलावरों ने निशाना बनाया है। हमलावरों ने रविवार सुबह काशमोर में एक हिंदू मंदिर पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया और मंदिर के आसपास बसे हिंदू समुदाय के घरों पर अंधाधुंध गोलीबारी भी की थी।कराची के लोगों ने बताया कि 14 जुलाई की रात कुछ लोग बुलडोजर लेकर आए और मारी माता मंदिर की बाहरी दीवारों और मेन गेट को छोड़कर भीतर से पूरा मंदिर तहस-नहस कर दिया। पाकिस्तानी न्यूज पेपर डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक जब मंदिर को ढहाया जा रहा था, तब मंदिर ढहाने वालों को सुरक्षा देने के लिए पुलिस तैनात थी।
यह मारी माता मंदिर मुखी चोहितराम रोड पर स्थित है। जिससे कुछ ही दूरी पर सोल्जर बाजार पुलिस स्टेशन भी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर की जमीन को एक शॉपिंग प्लाजा प्रमोटर को 7 करोड़ रुपए में बेच दिया गया है। इसीलिए मंदिर को तोड़ दिया गया। जून 2022 में भी मारी माता मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों को तोड़ा गया था।
तस्वीर साल 2021 की है। सिंध के कृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी के मौके पर हिंदू आराधना कर रहे थे, तब कुछ लोगों ने मंदिर पर हमला किया था और कान्हा की प्रतिमा तोड़ दी थी।श्री पंच मुखी हनुमान मंदिर के पुजारी राम नाथ ने बताया कि मारी माता का मंदिर करीब 400 से 500 वर्ग गज में 150 साल पहले बनाया गया था। इसके आंगन में पुराना खजाना दबे होने की कहानियां भी प्रचलित हैं।
मारी माता मंदिर का मैनेजमेंट मद्रासी हिंदू समुदाय के पास था। उनका कहना है कि मंदिर बहुत पुराना था और कभी भी गिर सकता था। इसीलिए हमने ज्यादातर मूर्तियों को अस्थाई रूप से दूसरे स्थान पर रख लिया था। हमने सोचा था कि नया मंदिर बनने के बाद ही मूर्तियों को वापस उनके स्थान पर रखेंगे।
उधर, मानवाधिकार आयोग ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में आपराधिक गिरोह के तीस हिंदू महिलाओं और बच्चों के बंधक बनाए जाने पर चिंता जताई। साथ ही सिंध के काशमोर और घोटकी जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल भी उठाए। आयोग ने कहा कि सिंध गृह विभाग को हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों की जांच करनी चाहिए।