2023 ऑस्कर में कौन सी इंडियन फिल्म शामिल होगी, इसको लेकर अभी से कयास लगाए जा रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस रेस में RRR, द कश्मीर फाइल्स और रॉकेट्री द नंबी जैसी फिल्में शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा गंगूबाई काठियावाड़ी को भी ऑस्कर में भेजे जाने की चर्चा जोरों पर है।
यह बहुत आसान प्रक्रिया होती है। जब एक नॉमिनेशन हो जाता है तो एकेडमी में शामिल सभी मेंबर्स के लिए कैटेगरी खोल दी जाती है जिसमें से वे सभी मेंबर्स हर कैटेगरी के लिए विनर का चुनाव करते हैं। समारोह के दौरान जब तक लिफाफे नहीं खोले जाते तब तक केवल दो प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स पार्टनर्स को विनर्स के नाम पता होते हैं।
इंडिया में ऑस्कर अवाॅर्ड की तैयारी सितंबर से ही शुरू हो जाती है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी जनरल ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बताया कि एंट्री की शुरुआत सितंबर महीने से ही शुरु हो जाती है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) इंडिया की सभी फिल्म असोसिएशन को इनविटेशन भेजता है। इसके बाद फिल्म असोसिएशन द्वारा भेजी गई फिल्मों को जूरी मेंबर्स देखते हैं। सितंबर के अंत में FFI की तरफ से ऑस्कर में जाने वाली फिल्मों की ऑफिशियल एंट्री की घोषणा होती है। इसके बाद इंडिया की सिलेक्ट की फिल्मों को ऑस्कर में भेजा जाता है।
ऑस्कर अवॉर्ड को एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज भी कहा जाता है। इसे फिल्म अवॉर्ड्स का सबसे बड़ा बेंचमार्क माना जाता है। एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज को मोशन पिक्चर प्रोफेशनल्स ने मिलकर बनाया गया था। 1927 में इस अवाॅर्ड की शुरुआत मोशन पिक्चर्स के आर्ट्स एंड साइंस की फील्ड में नई चीजों को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।
इस अवाॅर्ड की नींव लुईस बी मेयर ने अपने तीन दोस्तों एक्टर कॉनरेड नागेल, डायरेक्टर फ्रैड निबलो और फिल्ममेकर फीड बिटसोन के साथ मिलकर रखी थी। लॉस एंजिल्स के एंबेसडर होटल में एक प्राइवेट सेरेमनी आयोजित की गई थी, जिसमें मोशन पिक्चर इंडस्ट्री के 36 नामी लोग शामिल हुए थे। इस सेरेमनी में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज का प्रस्ताव रखा गया था, जिस पर सभी लोगों राजी हो गए। फिर यहीं से इस अवाॅर्ड की शुरुआत हुई। हाॅलीवुड के फेमस एक्टर डगलस फेयरबैंक्स इसके पहले अध्यक्ष थे।