हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के छात्राओं के एक दल ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात कीं। इस दौरान छात्राओं ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से विधायिका की भूमिका, इसके महत्व, इतिहास और सदन की कार्यवाही के बारे में कई सवाल किए। विधानसभा अध्यक्ष ने हर सवाल का जवाब देकर उन्हे विधायिका की भूमिका के बारे में बताया।
विधानसभा परिसर के भ्रमण के बाद छात्राओं ने कहा कि यूपी के 20 से अधिक स्थानों के दौरे में सबसे अधिक खुशी उन्हे यूपी विधानसभा को देखकर हो रही है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की उम्मीद नही थी कि यूपी विधानसभा इतनी खूबसूरत होगी।
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के विभिन्न स्कूलों से यूपी दौरे पर आए 21 छात्राओं सहित 28 सदस्यीय दल ने जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात की तो उन्होंने सवाल किया कि आपके बारे में बहुत कुछ सुन रखा है। हम जानना चाहते हैं एक अच्छे व्यक्तित्व के निर्माण के लिए किस बात की जरूरत होती है।
इस पर सतीश महाना ने उन्हे बताया कि सफलता के लिए संयम, धैर्य और जनविश्वास बेहद जरूरी होता है। विधायिका के क्षेत्र में भी जनता एक विधायक को चुनकर इसलिए भेजती है कि उसका अपने विधायक पर विश्वास होता है। इसलिए उस विधायक की भी उसके प्रति जवाबदेही होना स्वाभाविक है।
सतीश महाना ने कहा कि यूपी की विधानसभा देश के सबसे बड़ी विधानसभा है। हमारी विधानसभा में 403 सदस्य है। जनसंख्या की दृष्टि से यूपी यदि एक देश होता तो विश्व के पाँचवे सबसे बडे देश के रूप में देखा जाता है। सतीश महाना ने कहा कि पहले राजनीतिक लोगों के प्रति धारणा आम तौर पर अच्छी नहीं रहती है। लेकिन यह बात पूरी तरह सत्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा सदस्य वे होते हैं जिन्हे जनता की समस्याओं की चिन्ता होती है और जो आम लोगो का दर्द महसूस कर सकते है। यूपी विधानसभा में एक से एक पढे लिखे सदस्य है।
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद देश की राजनीति में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। सौभाग्य से आप सब उस राज्य के रहने वाले है। जहाँ की जनता अनुराग ठाकुर को चुनकर लोकसभा में भेजती है। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न केवल भारतीय लोगों के लिए बल्कि विदेशी देशों के लिए भी एक आइकन है। विश्व भर के नेता उनका अनुसरण कर रहे है। सतीश महाना ने एक छात्रा के सवाल के जवाब में कहा कि संविधान के तीन स्तम्भ विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका है जिसमें विधायिका का एक महत्वपूर्ण स्थान है।
एक अन्य सवाल के जवाब सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सभी सदस्यों को अपनी बात कहने का अधिकार होता है। पर वो नियम के तहत ही अपनी बात सदन में रख सकते हैं। विधानभवन के इतिहास के बारे मेें पूछे गए एक सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने छात्राओं के दल को बताया कि यूपी की विधानसभा 1922 में बननी शुरू हुई लोकसभा के बाद देश की सबसे बड़े लाइब्रेरियों में से एक है।