गुजरात के राजकोट में हुए दर्दनाक हादसे से हर कोई सकते में है. गेमिंग जोन में आग लगने से 12 बच्चों समेत 28 की मौत हो गई है. हादसे की जांच के लिए SIT गठित कर जांच शुरू कर दी गई है. इस मामले में पुलिस ने मैनेजर और मालिक को गिरफ्तार किया है. इस अग्निकांड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है.
गुजरात के राजकोट का फन जोन देखते ही देखते डेड जोन में तब्दील हो गया. चंद मिटों में ही पूरा गेम जोन धू धू कर जल गया. लकड़ी और टीन से बने इस TRP गेम जोन में चीख पुकार सुनाई देने लगी. लोगों की सांसें अटकने लगीं. आग की चपेट में आए लोग अपनी जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में जुटे रहे. आग बुझाने के लिए फायर टेंडर की टीम पहुंचीं. बचाव दल और स्थानीय लोग भी पहुंचे. कुछ लोग तो भाग्यशाली निकले जिनकी जिंदगी बच गई, लेकिन 12 मासूमों समेत 28 लोगों की सांसें थम गईं. शवों की पहचान नहीं हो पा रही है. मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा.इस अग्निकांड की जांच के लिए राज्य सरकार ने एडीजीपी सीआईडी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 सदस्यीय टीम गठित की है. गेम संचालक और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूबे के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने देर रात घटनास्थल का दौरा किया और हालात का जायजा लिया. वहीं, प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि बिजली कारणों से आग लगी और दमकल विभाग से इसके लिए NOC नहीं ली गई थी.
राजकोट के TRP गेमिंग जोन में आग क्यों भड़की?
गेमिंग जोन में रबड़-रेक्सिन का फर्श बना हुआ था. यहां जनरेटर के लिए 1500 लीटर डीजल रखा था. इसके अलावा गो कार रेसिंग के लिए 1000 लीटर डीजल था. गेमिंग जोन में कार ट्रैक के किनारे पर टायर रखे थे और शेड में थर्मोकोल शीट लगी थी. तीन मंजिला स्ट्रक्चर में आने-जाने के लिए एक सीढ़ी की व्यवस्था थी. ज्यादा संख्या में लोग गेमिंग जोन में अचानक आग नीचे से ऊपर तक फैली. इस दौरान दूसरी-तीसरी मंजिल में मौजूद लोग नहीं निकल पाए. एंट्री-एग्जिट के लिए 6-7 फीट का एक ही रास्ता था. यहां एंट्री के लिए 99 रुपए की स्कीम रखी गई थी, जिसके चलते ज्यादा भीड़ एकत्रित हुई थी. भीषण आग से पूरा गेम जोन खाक हो गया. आग पर 3 घंटे में काबू पाया गया. इस घटना के बाद गुजरात के सभी गेमिंग जोन बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है. साथ ही साथ सभी गेमिंग जोन की जांच की जाएगी. सीएम भूपेंद्र पटेल आज घटना स्थल का दौरा करेंगे.एक साथ नहीं निकल सकते थे.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया गहरा दुख
पीएम मोदी ने अग्निकांड हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं, मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है, घायलों के ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहा हूं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि गेमिंग जोन में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ, मेरी संवेदना उन परिवारों के प्रति हैं, जिन्होंने छोटे बच्चों सहित अपने प्रियजनों को खो दिया है.
राहुल गांधी ने की निष्पक्ष जांच की मांग
गृहमंत्री अमित शाह ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राजकोट के गेम जोन में हुए हादसे से मन बहुत दुखी है, हादसे में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कहा है कि गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन की भयावह त्रासदी अत्यंत पीड़ादायक है, कांग्रेस कार्यकर्ता हादसे से प्रभावित लोगों हर संभव मदद पहुंचाएं. खरगे ने हादसे के लिए राज्य सरकार के लचर रवैए को जिम्मेदार ठहराया है, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि. गेमिंग जोन में लगी भयंकर आग से मासूम बच्चों समेत कई लोगों की मौत की खबर दर्दनाक है. गुजरात सरकार और प्रशासन से अपेक्षा है कि हादसे की निष्पक्ष जांच कर सभी पीड़ित परिवारों को जल्द न्याय दिलवाएं.