जनसंख्या नियंत्रण पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा कोई कदम उठाए जाने से पहले ही कांग्रेस इस बहस में कूद गई है। कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य जितिन प्रसाद ने कहा है कि देश के संपूर्ण विकास के लिए यह जरूरी है कि जनसंख्या को नियंत्रित किया जाए।
जितिन प्रसाद ने आईएएनएस से कहा, “देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। संसाधन सिकुड़ रहे हैं और जनसंख्या विस्फोट के साथ समस्याएं पैदा हो सकती हैं।”
जनसंख्या नियंत्रण खुद से होना चाहिए या उसे कानून के माध्यम से लागू कराना चाहिए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों को खुद से आगे आना होगा।
जितिन ने इस बात को मानने से इनकार किया कि जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा भाजपा द्वारा लाया गया मुद्दा है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के दिमाग की उपज है।
उन्होंने आगे कहा, “यह राजनीति करने का नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है। पार्टी ने 1998 में पंचमढ़ी सत्र में इसका उल्लेख किया है। यह वह समय था, जब सोनिया गांधी जी ने पार्टी अध्यक्ष पद की कमान संभाली थी।”
भाजपा सबसे अधिक इस बारे में बात करती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकार के 2.5 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इसे सख्ती के साथ लागू कराने की बात कही थी।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लाल किले की प्राचीर से उठाया और इसे जरूरी बताया था।
जनसंख्या नियंत्रण भविष्य में वोट लेने में मदद कर सकता है, यह सोचकर भाजपा इस विषय पर चर्चा करवा रही है।