चीन में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही भारत, जापान और अमेरिका जैसे देशों में भी नई लहर का खतरा मंडराने लगा है। इसी बीच दक्षिण कोरिया में रविवार को 16,624 नए मामले सामने आए। ये पिछले 15 हफ्तों में सामने आने वाले मामलों की सबसे कम संख्या है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण में कमी आई है। हालांकि लूनर न्यू ईयर के चलते टेस्टिंग भी कम हो रही है।
भारत में रविवार (22 जनवरी) को 140 नए मामले सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 1960 एक्टिव केस हैं। कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है
चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा कि 13 से 19 जनवरी के बीच चीन में कोरोना के कारण 12 हजार 658 लोगों की मौत हुई। ये आंकड़ा केवल उन मौतों का है जो अस्पतालों में हुई। घरों में हुई मरीजों की मौतें इसमें शामिल नहीं है। चीन में 8 दिसंबर से 12 जनवरी तक 59 हजार 938 लोगों की मौत हो चुकी है।
चीनी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के प्रमुख वू जून्यो ने कहा कि लूनर न्यू ईयर की छुट्टियों के दौरान लोगों के बड़े पैमाने पर ट्रैवल करने के कारण महामारी फैल सकती है। चीन के इस लूनर न्यू ईयर पर छुट्टियां रहती हैं इसलिए चीन के लोग रिश्तेदारों से मिलने के लिए अलग-अलग जगहों की यात्राएं करते हैं। वू ने कहा कि देश के 80% यानी करीब 110 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसलिए अगले दो या तीन महीनों में नई वेव आने की आशंका कम है।
जापान
जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (22 जनवरी) को वहां 64 हजार 450 मामले दर्ज किए गए। राजधानी टोक्यो में कोरोना के मामलों की संख्या 5110 रही। मौत का आंकड़ा 326 रहा। 671 लोग अस्पताल में भर्ती हुए। जापान और साउथ कोरिया के नागरिकों पर बैन के बाद अब चीन के कुछ लोगों को देश में आने की छूट दी है। उनके लिए वीजा के नियमों में ढील की है।
दुनिया में अब तक 67 करोड़ 32 लाख 84 हजार 88 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 46 हजार 34 मौतें हो चुकी हैं।
चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया
चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो चुके हैं दिसंबर के शुरुआती तीन हफ्ते में ही यहां 25 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। यह आबादी का 18% है।