135 मस्जिदों ने तोड़ा कोर्ट का नियम, राज ठाकरे का एलान- हम भी करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर (Loudspeaker Row) से अजान को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने साफ कहा है कि जब तक मस्जिदों में गैरकानूनी लाउडस्पीकर से अजान बंद नहीं होती तब तक हम भी मस्जिदों के बार हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। बता दें कि राज ठाकरे बुधवार को मुंबई में इस पूरे विवाद को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे।
राज ठाकरे ने इस पीसी में कहा, ‘ये सिर्फ मस्जिदों की बात नहीं है। कई मंदिरों में भी गैरकानूनी लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। उसको भी मंदिरों से हटाना चाहिए। ये विषय सामाजिक है, ये धार्मिक विषय नहीं है।
राज ठाकरे ने आगे कहा, ‘मेरा कहना है कि सभी अवैध लाउडस्पीकरों को मस्जिदों से हटा दिया जाना चाहिए, जब तक उन्हें हटा नहीं दिया जाता हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे। हम अजान के समय मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करना जारी रखेंगे। मुझे देखना होगा कि अगर सरकार उसके आदेश का पालन नहीं कर रही है तो सुप्रीम कोर्ट क्या कर रहा है।’
ठाकरे ने कहा कि हम राज्य में शांति चाहते हैं। पुलिस उन 135 मस्जिदों पर क्या कार्रवाई कर रही है जिन्होंने आज सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। पुलिस केवल हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहे ही। हम देख रहे हैं कि कोर्ट ने जैसे कहा है वैसे कार्रवाई हो रही है या नहीं। या सिर्फ हमारे ऊपर कार्रवाई होगी।

उधर, पुलिस ने बुधवार को मनसे के 250 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि ये कार्यकर्ता मस्जिदों के आस-पास लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ करने की कोशिश कर रहे थे।

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सबके लिए समान है। अब इसका खामियाजा हमारे मंदिरों को भी भुगतना पड़ रहा है। यह हम हिंदुओं के लिए एक काला दिन है कि राज ठाकरे के साथ भाजपा की राजनीति के कारण लोग आरती नहीं सुन सके। यह सिर्फ मस्जिदों में लाउडस्पीकर के बारे में नहीं है। महाराष्ट्र में सुबह-सुबह ‘आरती’ की जाती है और लोग अक्सर लाउडस्पीकर के माध्यम से उन्हें सुनते हैं क्योंकि वे सभी मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं, लेकिन आज ऐसा नहीं हो सकता, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद के पीछे बीजेपी का हाथ है। वे राज्य में हिंदुओं के बीच दरार पैदा करने के लिए राज ठाकरे का इस्तेमाल कर रहे हैं।