लखनऊ में सोमवार शाम करियर लांचर कोचिंग के 12 बच्चे लिफ्ट में फंस गए। वह छुट्टी के बाद घर जा रहे थे। तभी अचानक लिफ्ट दूसरे मंजिल पर रुक गई। भीषण गर्मी से परेशान बच्चे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। तभी लोगों ने बच्चों की आवाज सुनी। लोगों ने बच्चों को लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी कोचिंग प्रबंधन को दी। इसके बाद मैकेनिक की मदद से बच्चों को निकालने का 45 मिनट तक प्रयास करते रहे।
मगर जब मैकेनिक ने बच्चों को नहीं निकाल पाया तो प्रबंधन ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी। पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने बच्चों को बाहर निकाला। इसके बाद प्रबंधन ने बच्चों को सिविल अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनको घर छोड़ दिया। घटना हजरतगंज के अशोक मार्ग पर न्यू जनपद मार्केट का है।
सोमवार शाम 6:30 बजे क्लैट की क्लास छूटने के बाद उत्कर्ष पाल, अजहर मिर्जा, निशांत तिवारी, नितिन गौतम, आशीष कुमार, फजल, पुष्कर, आश्रित द्विवेदी, नैतिक, कंचन, अश्वनी लोधी, यश त्रिपाठी घर जाने के निकले। चौथे तल से लिफ्ट में पहुंचे। लिफ्ट दूसरे तल के बीच में अचानक फंस गई। यह देख उत्कर्ष, निशांत, आशीष, फजल व अन्य जोर-जोर से चिल्लाने लगे। लिफ्ट में फंसे बच्चों ने गेट खोला तो देखा बाहर दीवार है। निकलने का रास्ता नही था
DCP मध्य अपर्णा रजत कौशिक, सीएफओ मंगेश कुमार, एफएसओ अशोक कुमार टीम के साथ पहुंचे। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद लिफ्ट का लॉक खोला और ऊपर खींचकर दूसरे तल के गेट पर लाए। इसके बाद बच्चों को एक-एक कर बाहर निकाला गया। बच्चे डरे-सहमे थे। पुलिस कर्मी आनन फानन बच्चों को सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। हालत सामान्य होने पर उन्हें घर भेजा।
DCP मध्य ने बताया कि पूरे मामले में लापरवाही की जांच की जा रही है। कोचिंग प्रंबधन ने करीब 45 मिनट बाद दमकल और पुलिस को सूचना दी थी। जांच के बाद कोचिंग प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी बच्चे सुरक्षित हैं।
पुलिस और दमकल कर्मियों को जब घटना की जानकारी मिली तो वह जनपथ मार्केट समझ बैठे। पुलिस और फायर विभाग के कर्मी वहीं पहुंच गए और कोचिंग खोजते रहें। इसके बाद उन्हें पता चला कि घटना अशोक मार्ग स्थित न्यू जनपथ मार्केट में हुई है। इसके बाद पुलिस और दमकल की टीमें वहां पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया।